जयपुर. राजधानी की सिटी ट्रांसपोर्ट सेवा लो फ्लोर बसों का 21 मार्च की रात्रि से संचालन बंद हुआ था. कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लगाए गए लॉकडाउन के 4 महीने के लंबे अंतराल के बाद 23 जुलाई से दोबारा बसों का संचालन शुरू किया गया. लेकिन यात्रियों ने अब तक इन बसों से दूरी बना रखी है. जो लो फ्लोर बस चलाने वाले चालक और परिचालक के लिए भी परेशानी का सबब बना हुआ है.
दरअसल, जेसीटीएसएल का रेवेन्यू सोर्स बसों में यात्रियों से मिलने वाला पैसा ही है. लेकिन बसों में यात्री नहीं आने के चलते रेवेन्यू भी जनरेट नहीं कर पा रहा. यही वजह है कि जुलाई के बाद से जेसीटीएसएल के 201 चालक और 599 परिचालकों को वेतन का भुगतान नहीं किया गया. जेसीटीएसएल कर्मचारियों ने बताया कि उनके आर्थिक हालात बेहद खराब है. पहले मार्च से जुलाई की सैलरी देरी से मिली. उसके बाद से अक्टूबर महीना आ गया, लेकिन वेतन भुगतान नहीं किया गया. कुछ कर्मचारियों ने बताया कि वो शहर के बाहर से जयपुर में काम करने आए हैं. ऐसे में घर का किराया और दूसरे खर्चे उधारी लेकर पूरे करने पड़ते हैं. सैलरी समय पर नहीं मिलने से कंगाली में आटा गीला के हालात बन गये हैं.
पढ़ेंःजयपुरः प्रदेश सरकार ने बस ऑपरेटर्स को दी बड़ी राहत, लोक परिवहन बसों की वैधता 5 से बढ़ाकर 8 साल की