जयपुर.पुलिस ने एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर लाखों रुपए की ठगी करने वाली गैंग का पर्दाफाश किर दिया है. पुलिस ने गिरोह से जुड़े 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में ठगी की कई अंतराज्यीय वारदातों का खुलासा हुआ है. आरोपियों के कब्जे से विभिन्न कंपनियों के फोन बरामद और 50 से भी ज्यादा सिम कार्ड भी बरामद हुए हैं.
एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर ठगी करने वाली गैंग के 7 आरोपी गिरफ्तार मामले का खुलासा करते हुए DCP कावेंद्र सिंह सागर ने बताया कि शहर में लगातार एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर ठगी की शिकायतें सामने आ रही थी. करणी विहार थाना पुलिस ने सूचना को पुख्ता करते हुए एक चाय की थड़ी पर दबिश दी.
इस दौरान कुछ लोगों से मोबाइल पर चैटिंग कर एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर फोन पे, पेटीएम, गूगल पे और एयरटेल पेमेंट बैंक के जरिए उनसे पैसा अपने खातों में ट्रांसफर करा रहे थे. जिस पर पुलिस ने आरोपी महेंद्र, सूरजमल, त्रिलोकनाथ, दीपक कुमार, रामनिवास और कैलाश जाट और बंशीलाल को गिरफ्तार किया.
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उन्होंने बताया कि ये आरोपी अंतरराष्ट्रीय साइटों के जरिए लोगों को एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर लड़कियां सप्लाई करने के नाम पर 5 हजार से 40 हजार रुपये वसूल करते थे. इस गिरोह का सरगना कानाराम जाट है, जो अपने गिरोह में शामिल करीब 125 सदस्यों को मोटा कमीशन देखकर ऑनलाइन ठगी का धंधा करवाता है.
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यही नहीं गिरोह के सरगना कानाराम ने इन सदस्यों को भारत सरकार से अनुमति का फर्जी स्टांप दिखाकर इस धंधे को वेध दिखा रखा था. आरोपी अंतरराष्ट्रीय साइडों पर अपना फर्जी अकाउंट बनाकर एस्कॉर्ट सर्विस का ऐड देखकर चुनिंदा 32 शहरों में कॉल गर्ल प्रोवाइड करवाने का झांसा देकर अपने अकाउंट में 5 से 40 हजार रुपये तक ऑनलाइन पेमेंट डलवा लेते थे. उसके बाद कस्टमर के मोबाइल नंबर ब्लॉक कर देते थे.
वेबसाइट पर विज्ञापन सरगना कानाराम डालता था और काम में ली जाने वाली सिम भी कानाराम प्रोवाइड करवाता था. आरोपियों के द्वारा राजस्थान से बाहर लगभग 2000 व्यक्तियों के ठगने की संभावना है. फिलहाल, पुलिस गिरोह के सरगना कानाराम जाट की तलाश कर रही है. माना जा रहा है सरगना की गिरफ्तारी के बाद पूरे मामले का खुलासा हो सकता है.