जयपुर. राजस्थान की महत्त्वाकांक्षी रिफाइनरी और पेट्रो कैमिकल परियोजना के संचालन के लिए 28 मिलियन गैलन प्रतिदिन (52 क्यूसेक) पानी की आवश्यकतापूर्ति इन्दिरा गांधी नहर परियोजना की ओर से की जाएगी. मुख्य सचिव की अध्यक्षता में शुक्रवार को आयोजित बैठक में प्रमुख शासन सचिव, इन्दिरा गांधी नहर और जल संसाधन विभाग एवं वित्त और विधि विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर रिफाइनरी को पानी उपलब्ध कराने का निर्णय किया गया है.
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मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने बताया कि रिफाइनरी की स्थापना के लिए राजस्थान सरकार और एच.पी.सी.एल. के बीच आरएमओयू, आरजेवीए और एसएसए पूर्व में निष्पादित किया जा चुका है. उन्होंने बताया कि अनुबन्ध के अनुसार रिफाइनरी के संचालन हेतु 28 मिलियन गैलन प्रतिदिन (52 क्यूसेक) पानी इंदिरा गांधी नहर से दिया जाएगा. निर्माण कार्य के लिए 5 मिलियन गैलन पानी प्रतिदिन दिया जाएगा.
आर्य ने बताया कि रिफाइनरी को पानी दिए जाने की प्रक्रिया निर्धारित किए जाने के लिए इंदिरा गांधी नहर बोर्ड और एच.पी.सी.एल. राजस्थान रिफाइनरी लिमिटेड (एच.आर.आर.एल.) के मध्य अनुबन्ध निष्पादन किया जाना है.
प्रमुख शासन सचिव, जल संसाधन विभाग नवीन महाजन ने बताया कि रिफाइनरी को पानी जैसलमेर जिले के नाचना में इंदिरा गांधी नहर मुख्य नहर की बुर्जी 1243.300 से दिया जाना प्रस्तावित है. इस स्थान पर नहर में हैड रेगूलेटर और नहर के निकट जलाशय का निर्माण करवाया जाएगा, जहां से एच.आर.आर.एल की ओर से पानी पम्प कर रिफाइनरी के नजदीक निर्मित किए जाने वाले जलाशय तक ले जाया जाएगा.
उन्होंने बताया कि इंदिरा गांधी नहर में वार्षिक नहर बंदी अथवा नहर में अचानक टूट-फूट की स्थिति में पानी उपलब्धता में आने वाली बाधाओं के समय भी रिफाइनरी के संचालन में रुकावट न आए, इसलिए दोनों जलाशयों की कुल क्षमता रिफाइनरी की 45 दिन की आवश्यकता पूर्ति हेतु पर्याप्त होगी. उन्होंने बताया कि बैठक में अनुबंध पर दोनों पक्षों की सहमति प्राप्त की गई है, जिसके बाद अब अनुबन्ध शीघ्र निष्पादित किया जा सकेगा और रिफाइनरी का निर्माण पूर्ण होते ही इसके संचालन के लिए पानी उपलब्ध कराया जा सकेगा.