जयपुर. राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर पिछले कुछ दिनों से उर्दू शिक्षा को खत्म करने के आरोप लग रहे हैं. इन आरोपों के बीच शिक्षा विभाग ने उच्च प्राथमिक स्कूलों में तृतीय भाषा की बढ़ावा देने के लिए आज बड़ी घोषणा की है. विभाग ने 481 स्कूलों में तृतीय भाषा का एक-एक शिक्षक लगाने के आदेश जारी किए हैं. जिनमें 430 उर्दू के शिक्षक हैं, जबकि पंजाबी के 37 और सिंधी के 14 शिक्षक भी लगाए जाएंगे. इसके साथ ही प्रदेश की 1339 उत्कृष्ट स्कूलों में एक-एक अतिरिक्त शिक्षक भी लगाया जाएगा. शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह जानकारी दी है.
शिक्षा मंत्री डोटासरा ने कहा कि 2015-16 में भाजपा सरकार ने स्टाफिंग पैटर्न को कमजोर किया था, लेकिन पिछले कुछ दिनों से वर्तमान कांग्रेस सरकार पर उर्दू शिक्षा को खत्म करने के आरोप लगाकर भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं. आज फैसला लिया गया कि कक्षा 1 से 8 तक के उच्च प्राथमिक स्कूलों में यदि 10 या इससे ज्यादा बच्चे कोई तीसरी भाषा पढ़ना चाहते हैं तो वहां उस तृतीय भाषा का एक शिक्षक लगाया जाएगा. पहले जिस भाषा के सबसे ज्यादा विद्यार्थी होते थे, उस भाषा का एक शिक्षक लगाया जाता था. चाहे वह तृतीय भाषा संस्कृत हो, उर्दू हो, गुजराती हो, सिंधी हो या पंजाबी हो. उन्होंने साफ किया कि यदि किसी किसी और तृतीय भाषा के लिए भी 10 से ज्यादा बच्चे या उनके अभिभावक लिखकर देते हैं तो उसका भी एक अतिरिक्त शिक्षक लगाया जाएगा.