राजस्थान

rajasthan

पेट्रोलियम रिफाइनरी में 4,654 करोड़ रुपए का कार्य पूरा, मार्च 2023 तक शुरू हो जाएगा उत्पादन : अतिरिक्त मुख्य सचिव

By

Published : Oct 30, 2020, 3:45 PM IST

SPCL राजस्थान रिफायनरी (एचआरआरएल) की इकाइयों में आधारभूत संरचनाओं के काम में तेजी आई है. वहीं, रिफायनरी परियोजना में 4 हजार 654 करोड़ रुपए के काम पूरे हो चुके हैं. रिफायनरी के मुख्य वेयर हाउस का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. क्षेत्र में 63.42 किलोमीटर सड़क का निर्माण होना है, जिसमें से 58.42 किलोमीटर सड़क का निर्माण कार्य हो गया है. 78.52 किमी ड्रेनेज निर्माण पूरा हो गया है. सभी इकाइयों के प्रोसेस लाइसेंसर का काम पूरा कर लिया गया है.

rajasthan news  gehlot government  petrochemical news  rajasthan refinery  jaipur news  SPCL राजस्थान रिफायनरी  जयपुर की खबर  राजस्थान की खबर  अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल  Additional Chief Secretary Subodh Agrawal
मार्च 2023 तक शुरू हो जाएगा उत्पादन

जयपुर.राजस्थान सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट रिफाइनरी के निर्माण कार्यों में तेजी से प्रगति हो रही है. रिफायनरी में आधारभूत संरचना के अधिकांश कार्यों में तेजी आई है. डॉ. अग्रवाल ने बताया कि रिफायनरी राजस्थान सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट है. यही कारण है कि राज्य सरकार और रिफायनरी प्रबंधन का संयुक्त प्रयास है कि रिफायनरी परियोजना का कार्य निर्धारित समय सीमा अक्टूबर 2022 तक पूरा कर मार्च 2023 तक व्यावसायिक उत्पादन शुरू हो जाएगा.

अतिरिक्त मुख्य सचिव माइन्स एवं पेट्रोलियम डॉ. सुबोध अग्रवाल ने कहा कि कोविड- 19 के कारण प्रभावित कार्य को तय समय सीमा में पूरा करने की रिफायनरी प्रबंधन द्वारा रणनीति तय की गई है. एसीएस माइन्स एवं पेट्रोलियम डॉ. सुबोध अग्रवाल वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से एसपीसीएल राजस्थान रिफायनरी की बोर्ड मीटिंग में रिफायनरी परियोजना की प्रगति और रोडमैप के अनुसार तय समय सीमा में कार्य पूरा कराने के सभी बिन्दुओं पर चर्चा कर रहे थे. उन्होंने बताया कि एचपीसीएल और राजस्थान सरकार के इस संयुक्त उद्यम की खास बात यह है कि यहां रिफायनरी और पेट्रोकेमिकल काम्पलेक्स दोनों एकीकृत रूप से बन रहे हैं. रिफायनरी में बीएस VI मानक के उत्पाद का उत्पादन होगा.

यह भी पढ़ें:सरकार की घोषणाओं से असंतुष्ट गुर्जर आंदोलन पर अड़े, करौली और भरतपुर में इंटरनेट सेवाएं बंद

  • डॉ. अग्रवाल ने कहा कि एसपीसीएल आरआर को तय समय सीमा में रिफायनरी का काम पूरा कर उत्पादन शुरू करने के काम को चुनौती के रूप में लेते हुए आगे बढ़ना होगा. उन्होंने रिफायनरी के अब तक के कार्य प्रगति पर संतोष व्यक्त किया है.
  • डॉ. अग्रवाल के मुताबिक....
  • रिफायनरी में नौ रिफायनरी और चार पेट्रोकेमिकल सहित 13 प्रोसेस इकाइयां स्थापित होंगी, जिसकी बेसिक डिजाइन इंजीनियरिंग का कार्य पूरा करा लिया गया है.
  • रिफायनरी के मुख्य वेयर हाउस का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. क्षेत्र में 58.42 किलोमीटर सड़क का निर्माण कार्य हो गया है. साथ ही 78.52 किमी ड्रेनेज निर्माण पूरा हो गया है.
  • रिफायनरी साइट पर ही 20 हजार 950 घनमीटर के जलाश्‍य का निर्माण हो गया है. नाचना और टाउनशीप जलाशय का काम प्रगति पर है.
  • बाड़मेर क्रूड ऑयल पाइप लाइन प्राकृतिक गैस एवं पानी की पाइप लाइन बिछाने के सर्वे का काम पूरा हो गया है. वहीं आयातीत अरब मिक्स क्रूड ऑयल पाइप लाइन बिछाने का सर्वे कार्य जारी है.
  • बांगूडी से रिफायनरी तक पानी की पाइप लाइन बिछाने का काम लगभग पूरा हो गया है.

यह भी पढ़ें:राजस्थान में फिर भड़की गुर्जर आरक्षण आंदोलन की आग, करौली कलेक्टर ने अधिकारियों और कर्मचारियों को किया पाबंद

एचआरआरएल के सीएमडी एम के सुराणा ने परियोजना के महत्व को रेखांकित करते हुए बताया कि बाड़मेर रिफायानरी देश की सबसे बड़ी और महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है. उन्होंने बताया कि 43 हजार 129 करोड़ रुपए की लागत से तैयार हो रही रिफायनरी के लिए सितंबर माह के अंत तक 4 हजार 654 करोड़ रुपए के विभिन्न निर्माण और अन्य कार्यों के 22 हजार 495 करोड़ रुपए के क्रयादेश दिए जा चुके हैं.

सीएमडी सुराणा ने बताया कि रिफायनरी में साढ़े चार हजार करोड़ से अधिक का कार्य कराए जा चुके हैं. रिफायनरी में सभी क्षेत्रों में कार्य ने गति पकड़ी ली है. प्रबंधन द्वारा चुनौती के रूप में लेते हुए काम किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि कोरोना के चलते लागू हुए लॉकडाउन के कारण परियोजना कार्य प्रभावित हुआ है. लेकिन इसे तय समय सीमा में पूरा करने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details