जयपुर. इमाम हुसैन का चालीसवां मंगलवार को पूरे प्रदेश में मनाया गया. कोरोना गाइडलाइन को देखते हुए इस अवसर पर निकाले जाने वाला जूलूस भी नहीं निकाला गया. लोगों ने अपने घरों में रहकर ही सभी रस्में अदा की. कर्बला दरगाह जाने वाले रास्तों को भी पुलिस ने सील कर दिया था.
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मुहर्रम के 40वें दिन मुस्लिम समुदाय की ओर से चालीसवां मनाया जाता है. हजरत इमाम हुसैन के 40वें के मौके पर सिया समुदाय की ओर से निकाले जाने वाला जूलूस भी कोरोना महामारी के चलते नहीं निकाला गया. इसे लेकर मुस्लिम समाज की ओर से पहले ही निर्णय लिया गया था. यह लगातार दूसरा साल है, जब इमाम हुसैन का यह जुलूस राजधानी जयपुर में नहीं निकाला गया.
सिया समाज की ओर से लोगों को पानी पिलाने के लिए कई इलाकों में प्याऊं भी लगाई गई. बैरिकेडिंग लगाकर कर्बला दरगाह जाने वाले रास्ते को भी पुलिस ने सील कर दिया, ताकि वहां भीड़ एकत्र न हो. चंद लोगों की मौजूदगी में ही कर्बला दरगाह में सारी रस्म अदा की गई. अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त सुमन चौधरी ने भी कर्बला दरगाह का जायजा लिया.
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दरगाह आने वाले लोगों से पुलिस ने समझाइश की और घर वापस लौटा दिया. एसीपी आमेर सौरभ तिवाड़ी, पर्यटक थानाधिकारी सतपाल सिंह सहित अन्य अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे. कर्बला युवा शांति एवं सुधार समिति के अध्यक्ष सलीम अहमद सहित अन्य लोगों भी लोगों से समझाइश की.
सैयद जाफर अब्बास तकवी, अध्यक्षअंजुमन ए मोइनुल अजा ने बताया कि इमाम हुसैन ने इंसानियत को बचाने के लिए अपनी जान दी थी, इसलिए वर्तमान में कोरोना से इंसानियत को बचाने के लिए ही जुलूस नहीं निकाला जा रहा.