जयपुर.राजधानी जयपुर में एडवोकेट गोवर्धन सिंह के खिलाफ 15 दिन में अलग अलग थानों में (4 cases against Advocate Govardhan Singh in jaipur ) ब्लैकमेलिंग के 4 मामले दर्ज हुए हैं. पिछले सप्ताह जयपुर की विधायकपुरी थाना पुलिस ने आरोपी गोवर्धन सिंह को एक मामले में गिरफ्तार किया था, जिस पर वह रिमांड पर चल रहा था. पुलिस ने आरोपी को फिर से रविवार को न्यायालय में पेश करके रिमांड पर लिया है. इससे पहले 27 अप्रैल को जयपुर की सदर थाना पुलिस ने गोवर्धन सिंह को एक महिला आरपीएस अधिकारी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने के मामले में गिरफ्तार किया था.
आरपीएस अधिकारी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी.जयपुर की सदर थाना पुलिस ने कोरोना लॉकडाउन के दौरान ड्यूटी पर तैनात महिला आरपीएस अधिकारी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी के मामले में आरोपी एडवोकेट गोवर्धन सिंह को 27 अप्रैल को गिरफ्तार किया था. आरोपी ने महिला अधिकारी (female police officer was threatened) के खिलाफ सोशल मीडिया पर कई तरह के पोस्ट करके परेशान कर रहा था. साथ ही वह महिला को किसी भी मामले में जबरदस्ती फंसाने की भी धमकी दे रहा था. 27 अप्रैल को उच्च न्यायालय की ओर से गिरफ्तारी पर लगी रोक हटाने के निर्णय के बाद आरोपी गोवर्धन सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई. जिसके बाद के बाद आरोपी गोवर्धन सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया था.
5 लाख रुपए हड़पने का आरोप. पुलिस ने एडवोकेट गोवर्धन सिंह को रिमांड पर लेकर उसके कार्यालय पर तलाशी ली. इस दौरान उसके के ऑफिस से कंप्यूटर, मोबाइल, सीपीयू समेत कई दस्तावेज जब्त किए गए. इन दस्तावेजों को एफएसएल जांच के लिए भिजवाया गया है. सदर थाना पुलिस ने गोवर्धन को जेल भेज दिया था, जिसके बाद उसे 9 मई को जमानत मिल गई थी. उसके बाद विधायक पुरी थाना पुलिस ने उसी दिन उसे 5 लाख रुपए हड़पने के मामले में फिर से गिरफ्तार कर लिया.
झूठे मुकदमे दर्ज करवाने की दी धमकी.विधायकपुरी थाने में एक पीड़ित ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि गोवर्धन उसको झूठे मुकदमे दर्ज करवाने की धमकी देकर उसकी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है. बता दें कि आरोपी ने राजीनामा करने के बहाने पीड़ित से 5 लाख रुपये हड़प लिए थे. एडवोकेट गोवर्धन सिंह के खिलाफ दर्ज हो रहे मामलों से उसकी मुश्किलें ज्यादा बढ़ गई हैं. एडवोकेट की गिरफ्तारी के बाद अब कई पीड़ित सामने आ रहे हैं.
महिला मजिस्ट्रेट ने की थी शिकायत.जानकारी के मुताबिक आरोपी के खिलाफ 10 साल पहले का एक मामला भी सामने आया है. जहां आरोपी गोवर्धन सिंह के खिलाफ महिला मजिस्ट्रेट ने भी शिकायत की थी. तत्कालीन बीकानेर मजिस्ट्रेट ने गोवर्धन सिंह के खिलाफ शिकायत करते हुए आरोप लगाया था कि उसने अपने साथी के साथ न्यायालय में सुनवाई के दौरान अदालत की मर्यादा का ख्याल किए बिना अनावश्यक वार्ता की. आरोपी गोवर्धन सिंह और उसके साथी वकील के खिलाफ वारंट भी जारी किया गया था.