जयपुर.राजस्थान विधानसभा में सदन की कार्रवाई के दौरान जब सरकार ने अपना विश्वास मत प्रस्ताव रखा तब भाजपा के चार विधायक गायब रहे. इन चारों विधायकों ने गुरुवार को जयपुर पहुंचकर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के समक्ष अपना पक्ष रखा. इन्हें कटारिया और पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने जयपुर तलब किया था.
करीब डेढ़ घंटे चली इस मुलाकात के दौरान इन विधायकों का पक्ष जाना गया फिर कटारिया ने कहा कि अपने फीडबैक और प्रदेश नेताओं से चर्चा के बाद विधायकों को लेकर अंतिम फैसला किया जाएगा. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया के निवास पर करीब डेढ़ घंटे तक इन विधायकों से अलग-अलग चर्चा की गई. व्यक्तिगत रुप से कटारिया ने चारों से बात की और उनका पक्ष भी जाना और जो फीडबैक संगठन के स्तर पर उन्हें मिला था उसे क्रॉस चेक भी किया.
पढ़ेंःसीएम अशोक गहलोत गुरुवार को इंदिरा रसोई का करेंगे शुभारंभ
उसके बाद जब यह विधायक बैठक से बाहर निकले तो मीडिया के समक्ष भी उन्होंने अपनी बात रखी. विधायक गोपीचंद मीणा ने कहा कि सत्र के दौरान ही उनकी तबीयत खराब हो गई थी और जब सदन की कार्रवाई पहली बार स्थगित हुई तो वह खराब स्वास्थ्य के चलते ही वहां से निकल गए. यही बात उन्होंने नेता प्रतिपक्ष के समक्ष भी रखी. मीणा ने यह भी कहा कि वे शुरू से पार्टी के सच्चे सिपाही रहे हैं. वहीं, विधायक कैलाश मीणा ने कहा कि जो भी सवाल नेता प्रतिपक्ष ने उनसे पूछे उन्होंने उसका जवाब दे दिया है. अब वह प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया से मिलकर उनके समक्ष अपनी बात रखेंगे.