जयपुर. प्रदेश में लॉकडाउन के चलते पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है. लॉकडाउन और धारा-144 का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ पुलिस की ओर से सख्त कार्रवाई की जा रही है. अफवाह फैलाने वालों पर भी पुलिस की सख्त नजर है. वहीं क्वॉरेंटाइन केंद्रों पर आरएसी के जवानों को तैनात किया गया है.
जयपुर परकोटा क्षेत्र में आरएसी कंपनियों के साथ बॉर्डर होमगार्ड्स को तैनात किया गया है. कोरोना के संक्रमण के दौरान सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने और दुष्प्रचार करने वालों पर पुलिस निगरानी रख रही है.
पढ़ेंःSPECIAL: अजमेर की पहली ऐसी ग्राम पंचायत जहां CCTV से हो रही है निगरानी
राजधानी में परकोटा क्षेत्र के अलावा भट्टा बस्ती, शास्त्री नगर, आदर्श नगर, लालकोठी, खोह-नागोरियान, विधायक पुरी, चित्रकूट और आदर्श नगर के चिन्हित क्षेत्र में कर्फ्यू लागू किया गया है. विधायक पुरी पुलिस थाना इलाके के धूलेश्वर गार्डन के संपूर्ण क्षेत्र और चित्रकूट थाना के संजय नगर कॉलोनी के चिन्हित एरिया में कर्फ्यू लागू है. ट्रांसपोर्ट नगर और मोती डूंगरी क्षेत्र में भी चिन्हित एरिया में कर्फ्यू लगाया गया है.
कर्फ्यू इलाके में आमजन के आवागमन पर पूर्णतया प्रतिबंध लगाया गया है. पुलिस की ओर से कर्फ्यू की सख्ती से पालना करवाई जा रही है. साथ ही निर्भया स्क्वायड द्वारा फ्लैग मार्च भी किया जा रहा है. जयपुर में लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर पुलिस की ओर से 390 अनाधिकृत वाहनों को जब्त किया गया है और धारा 144 का उल्लंघन करने पर 14 लोगो को गिरफ्तार किया गया है.
पढ़ेंःराजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने बढ़ते कोरोना वायरस के रोगियों पर जताई चिंता
जयपुर शहर में 262 जगहों पर पुलिस की नाकाबंदी की जा रही है. लॉक डाउन का उल्लंघन करते हुए पाए जाने पर पुलिस की ओर से सख्त कार्रवाई की जा रही है. अनाधिकृत रूप से घूमने वाले अब तक 10,470 वाहन जब्त हो चुके हैं.
पुलिस प्रशासन की ओर से कोरोना वायरस के मद्देनजर लोगों से घरों में रहने की अपील की जा रही है. साथ ही कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है. पुलिस प्रशासन लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने और अपने घरों में रहने की अपील कर रही है.
वहीं जयपुर शहर में धारा 144 का उल्लंघन करने पर पुलिस ने बुधवार को 14 लोगों को गिरफ्तार किया है और अब तक 247 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. जयपुर पर कोटा क्षेत्र में पुलिस की ओर से ड्रोन कैमरा के माध्यम से निगरानी रखी जा रही है. प्रत्येक थाना अधिकारियों को दो-दो ड्रोन कैमरे दिए गए हैं. हर गली मोहल्ले में सोशल डिस्टेंसिंग और लोगों की आवाज आई पर निगरानी रखी जा रही है.
साथ ही जयपुर शहर में सोशल मीडिया के माध्यम से कोरोना संक्रमण के बारे में अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ भी पुलिस की ओर से सख्त कार्रवाई की जा रही है और लोगों को अफवाहों से दूर रहने की अपील की जा रही है.
पढ़ेंःपांच के पंच से COVID-19 पस्त, अजमेर कोरोना वायरस से मुक्त
शहर में पलायन कर अन्य जिलों और राज्यों से आ रहे दिहाड़ी मजदूरों के ठहरने और आवश्यक सामग्री उपलब्ध करवाने के लिए शेल्टर होम स्थापित किए गए हैं. शेल्टर होम में बाहरी राज्यों और जिलों से पलायन कर आ रहे 1635 मजदूरों को ठहराया गया है. जिसमें राज्य के 240 और विभिन्न राज्यों के 1395 लोगों को ठहराने की व्यवस्था की गई है. शेल्टर होम पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है और निरंतर लोगों की व्यवस्थाओं का ध्यान रखा जा रहा है.