जयपुर. देश में लगे लॉकडाउन के दौरान राजस्थान सिनेमा उद्योग को गरीब 200 से 250 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ. इस दौरान करीब 20 से 30 फीसदी सिनेमाघर बंद हो गए. राजस्थान सिनेमा उद्योग को अब दिवाली से खासी उम्मीदें हैं. इस बारे में राजस्थान के प्रमुख फिल्म वितरक राज बंसल का कहना है कि बड़ी फिल्में रिलीज होने से सिनेमा उद्योग में फिर से रौनक लौटेगी.
सिनेमाघर मालिकों की टूटी कमर
ईटीवी भारत से खास बातचीत में राज बंसल ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान सिनेमा मालिकों को करोड़ों का घाटा हुआ. इसकी भरपाई अगले 5 साल भी संभव नहीं है. बंद होने वाले सिनेमाघरों में सिंगल स्क्रीन और वह थिएटर्स शामिल हैं, जिनका किसी चेन से कोई लिंक नहीं है. लॉकडाउन के दौरान भी थिएटर्स को बिजली के बिल, स्टाफ की सैलरी व अन्य टैक्स देने पड़े. इससे खासा नुकसान हुआ. सिनेमाघर मालिकों की कमर टूट गई.
इसके चलते राजस्थान में करीब 20 से 30 फीसदी सिनेमाघर बंद हो गए. राजस्थान सिनेमा उद्योग को करीब 200 से 250 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है. इसमें सिनेमाघर मालिक, फिल्म वितरकों को हुआ नुकसान और सरकार को शूटिंग से मिलने वाले रेवन्यू का नुकसान आदि शामिल है. सिनेमा उद्योग से जुड़े कई लोग व्यवसाय बदल चुके हैं. हालांकि जैसे ही इंडस्ट्री रफ्तार पकड़ेगी. इनमें से कम से कम आधे के वापस लौटने की पूरी संभावना है.
दर्शकों को बड़ी फिल्मों का इंतजार
राज बंसल ने बताया कि दर्शकों के सिनेमाघरों में नहीं आने की बड़ी वजह है नई फिल्मों का रिलीज नहीं होना. पुरानी और हॉलीवुड फिल्मों को देखने को लेकर दर्शकों में उत्साह काफी कम रहा. अब कोरोना का डर खत्म हो गया है. लोगों को वैक्सीन लग गई है. सिनेमाघरों में सेफ्टी देख, अब दर्शक बड़ी फिल्मों का इंतजार कर रहे हैं. बड़ी फिल्मों के थिएटर्स में रिलीज नहीं होने की वजह है महाराष्ट्र के सिनेमाघरों का चालू नहीं होना. वहां 22 अक्टूबर से सिनेमाहॉल चालू होने वाले हैं. थिएटर 50 फीसदी दर्शक क्षमता के साथ शुरू होंगे.