राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

खाली कुर्सियों के बीच शुरू हुआ घूमर फेस्ट, सिर्फ भूटान टीम ने लिया हिस्सा - Ghoomar Fest 2020

जयपुर में 17वें इंटरनेशनल घूमर फेस्ट का शुभारंभ हुआ. इस फेस्ट में सिर्फ 150 से 200 स्टूडेंट्स ने शिरकत की. फेस्ट की शुरुआत भी घूमर नृत्य से हुई. वहीं भरतपुर की टीम ने फाग उत्सव मनाया.

Ghoomar Fest jaipur, इंटरनेशनल घूमर फेस्ट
खाली कुर्सियों के बीच शुरू हुआ घूमर फेस्ट

By

Published : Feb 13, 2020, 6:07 PM IST

जयपुर.राजस्थान विश्वविद्यालय का प्रतिष्ठित इंटरनेशनल घूमर फेस्ट पहले ही दिन फ्लॉप नजर आया. खाली कुर्सियों और बिना स्टूडेंट्स के उत्साह के साथ 17वें घूमर की शुरुआत आरयू के घूमर ग्राउंड में हुई. छात्रसंघ प्रतिनिधिमंडल ने भीड़ जुटाने के लिए घूमर फेस्ट को घूमर ग्राउंड में करवाने की अनुमति ली, लेकिन इस ग्राउंड में भी स्टूडेंट्स की भीड़ नहीं जुट सकी और महज 150 से 200 स्टूडेंट्स ही घूमर फेस्ट को देखने पहुंचे.

खाली कुर्सियों के बीच शुरू हुआ घूमर फेस्ट

इंटरनेशनल घूमर के नाम पर भी खानापूर्ति की गई और महज भूटान की टीम ने ही भाग लिया. कार्यक्रम की संयोजिका अंजलीका शर्मा ने बताया, कि भूटान की टीम पहुंच गई है. वहीं बांग्लादेश की टीम का वीजा प्रोसेस में है. इस कार्यक्रम में 18 नेशनल यूनिवर्सिटी ने भाग लिया है. 3 दिन तक चलने वाले घूमर में 36 प्रतियोगिताएं रखी गईं हैं. जिसमें शास्त्रीय नृत्य गायन, वेस्टर्न डांस, फोक डांस, वाद-विवाद, माइम सहित कई प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी.

पढ़ें-स्पीकर सीपी जोशी ने मंत्रियों को लगाई फटकार, कहा- मैं मंत्रियों के चैंबरों पर लगवा दूंगा ताला

घूमर की शुरुआत घूमर नृत्य से हुई. इसी बीच भरतपुर की टीम ने फाग उत्सव मनाया. जिसमें राधा-कृष्ण ने फूलों की होली खेली. इन प्रस्तुतियां ने युवाओं के बीच समां बांध दिया. करोड़ों रुपये की लागत से बने कन्वेंशन सेंटर में घूमर फेस्ट का आयोजन नहीं करते हुए घूमर पंडाल में ही इसका आयोजन किया गया, फिर भी स्टूडेंट्स की भीड़ नहीं जुटी.

पढ़ें-BJP विधायक ने उठाया धार्मिक स्थलों पर बिना अनुमति ध्वनि यंत्र का मुद्दा, तो मंत्री धारीवाल ने दिया ये जवाब

कुलपति आरके कोठारी के मुताबिक यह कार्यक्रम जनवरी में होता तो भीड़ ज्यादा देखने को मिलती. चूंकि विभिन्न परीक्षाओं का समय है, इसलिए स्टूडेंट्स नहीं जुट सके हैं. वहीं आरयू के बीचों बीच इस कार्यक्रम के होने से पढ़ाई भी बाधित हो रही है.

कुलपति का कहना है, कि 365 दिनों में अगर 3 दिन कार्यक्रम हो रहा है तो कोई दिक्कत नहीं है. हालांकि शैक्षणिक वातावरण प्रभावित जरूर होगा, लेकिन छात्रों के हित में निर्णय लेना जरूरी है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details