जयपुर. उत्तर पश्चिम रेलवे जहां एक तरफ यात्री और परिवहन के लिए बुक कराए सामान की सुविधा के लिए रेलवे पुलिस की तारीफ कर रही है तो वहीं दूसरी ओर तस्वीर इसकी उलट देखने को मिल रही है. आपको बता दें कि उत्तर पश्चिम रेलवे द्वारा जयपुर से सिकंदराबाद जाने वाली ट्रेन नंबर 19713 के इंजन के पास वाले पीएसएलआर कोच को 5 सालों के लिए एक ट्रांसपोर्ट को लीज पर दिया गया है. जिसमें जयपुर से सिकंदराबाद के लिए ट्रांसपोर्टर्स का सामान जाता है.
रेलवे यात्री और परिवहन के सामानों की सुरक्षा के दावे भी करता है, लेकिन आज हम आपको एक ऐसा मामला बताते हैं जिसमें रेलवे के इन दावों की पोल खुलती नजर आ रही है. जयपुर से गुरुवार को सिकंदराबाद गई ट्रेन संख्या 19713 में ट्रांसपोर्ट का कुछ सामान गया था. जिस सामान की कुल कीमत करीब ₹17 लाख बताई जा रही है. ट्रांसपोर्टर्स का कहना है कि उनके द्वारा सिकंदराबाद आरपीएफ और जयपुर आरपीएफ समेत उत्तर पश्चिम रेलवे के डीआरएम और जीआरपी को भी इसके बारे में सूचना दे दी गई है लेकिन रेलवे के द्वारा उन्हें केवल आश्वासन ही दिया जा रहा है. मामले में किसी तरह की कार्रवाई नहीं की जा रही है.
यह भी पढ़ें : दिन में पार्टी विरोधी बयान और रात में बसपा विधायकों के साथ गुढ़ा की CM से मुलाकात, सियासी चर्चाएं शुरू
रेलवे की ओर से ट्रेनों में सुरक्षा के उलट ट्रेनों में चोरी की वारदातें सामने आ रही है. ट्रांसपोर्टर का कहना है कि पिछले 6 महीने में उनके साथ ऐसी घटनाएं कई बार हो चुकी है, लेकिन रेल प्रशासन बिल्कुल भी गंभीर नहीं है.