जयपुर. विदेशों में फंसे प्रवासी राजस्थानी वंदे मातरम मिशन के तहत शुक्रवार को जयपुर पहुंचे. बता दें कि शुक्रवार को पहली फ्लाइट लंदन से करीब 148 यात्रियों को लेकर जयपुर एयरपोर्ट पहुंची. जयपुर एयरपोर्ट पर सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई. इसके बाद सुरक्षा के बीच उन्हें बसों में बैठाकर क्वॉरेंटाइन सेंटरों पर पहुंचाया गया.
बता दें कि यात्रियों को 20-20 के ग्रुप में रखते हुए थर्मल स्क्रीनिंग और अन्य जांच की गई. यात्रियों के सेल्फ डिक्लेरेशन फॉर्म के आधार पर उनका मेडिकल चेकअप किया गया. सभी यात्रियों के मोबाइल में आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करवाया गया. कस्टम क्लीयरेंस होने के बाद सीआईएसएफ अधिकारियो ने यात्रियों को 20-20 ग्रुप में पुलिस को सौंपा. इसके बाद 20-20 के ग्रुप में यात्रियों को क्वॉरेंटाइन सेंटर्स पर पहुंचाया गया.
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इस दौरान एयरपोर्ट पर पुलिस का भारी जाब्ता मौजूद रहा. साथ ही पुलिस और एयरपोर्ट प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद रहे. हालांकि प्रवासी यात्रियों के पास किसी को भी जाने की अनुमति नहीं दी गई. पुलिस सुरक्षा के घेरे में ही उन्हें बसों में बैठाकर क्वॉरेंटाइन सेंटर पर पहुंचाया गया, जहां उन्हें 14 दिनों तक रखा जाएगा.
विदेश में फंसे प्रवासी राजस्थानी सांसद बोहरा ने लिया व्यवस्थाओं का जायजा
जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा भी शुक्रवार को जयपुर एयरपोर्ट पहुंचे. उन्होंने सभी व्यवस्थाओं का जायजा लिया और अधिकारियों से बातचीत कर सभी व्यवस्थाओं की मॉनिटरिंग के लिए निर्देश दिया. बता दें कि 1 जून तक कुल 13 फ्लाइट्स विदेशों में बसे प्रवासियों को लेकर जयपुर पहुंचेगी, जिनमें करीब 2000 प्रवासी राजस्थानियों को जयपुर लाया जाएगा.
जानकारी के अनुसार ब्रिटेन, कनाडा, रूस, कजाकिस्तान, फिलीपींस, किर्गिस्तान, जॉर्जिया जैसे देशों से प्रवासी राजस्थानी जयपुर पहुंचेंगे. जिन यात्रियों में कोरोना वायरस के संभावित लक्षण दिखाई देंगे, उन्हें तुरंत ही अलग करते हुए डेडिकेटेड कोविड-19 केयर सेंटर ले जाया जाएगा.
वंदे मातरम मिशन के तहत पहुंचे जयपुर जयपुर एयरपोर्ट के सीनियर कमांडेंट वाईपी सिंह के मुताबिक वंदे मातरम मिशन के तहत जयपुर आने वाले यात्रियों की एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग की गई और उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखने के लिए कई विभागों की टीम बनाई गई है. जिला प्रशासन के अधिकारी इनकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं. 14 दिनों की अवधि पूरा करने के बाद यात्रियों को घर पर 14 दिन के अतिरिक्त सेल्फ ऑब्जरवेशन में रहना होगा.
'एयरपोर्ट को बार-बार सेनेटाइज किया जा रहा'
वाईपी सिंह ने बताया कि एयरपोर्ट पर सोशल डिस्टेंस को बनाए रखने के लिए व्यवस्था की गई है, साथ ही एयरपोर्ट को बार-बार सैनिटाइज किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि हवाई किराया और होटल से लेकर सारा खर्चा यात्रियों को वहन करना होगा. एयरपोर्ट पर यात्रियों को आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने होंगे, जिन यात्रियों में कोरोना के लक्षण नहीं होंगे उनको एमिग्रेशन क्लीयरेंस कराया जाएगा.
टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद जा सकेंगे घर
सीनियर कमांडेंट के मुताबिक यात्रियों के पासपोर्ट सीआईएसएफ के एक अधिकारी के पास रहेगा. इमीग्रेशन क्लीयरेंस के बाद यात्रियों को लगेज कलेक्शन के लिए ले जाया जाएगा. इसके बाद यात्रियों को कस्टम क्लीयरेंस लेना होगा, फिर 20-20 के ग्रुप में यात्रियों को पुलिस को सौंपा जाएगा. राज्य सरकार के तीन श्रेणियां मीडियम और हाई श्रेणी के लिए चयनित किए गए हैं. यात्रियों को जिन होटलों में ठहराया जा रहा है, उनका किराया भी उन्हीं को चुकाना होगा. साथ ही अंतिम दिन कोरोना टेस्ट कराया जाएगा, जिसका भुगतान भी यात्री करेगा. टेस्ट की रिपोर्ट नेगेटिव आने पर ही यात्री घर लौट सकेंगे.