जयपुर.सवाईमान सिंह चिकित्सालय (SMS hospital Jaipur) में बनने वाले आईपीडी टॉवर की डिजाइन तैयार हो चुकी है. शहर के बीचोबीच 125 मीटर ऊंची इमारत तैयार की जाएगी. जिसमें मरीजों को एयर एंबुलेंस की सुविधा भी मिलेगी.
अभी कोर्ट ने 32 मीटर से अधिक ऊंचाई की इमारतों पर रोक लगा रखी है. लेकिन 70 मीटर की एएचएलपी आने और यूडीएच मंत्री के पास भेजे जाने वाले प्रस्ताव पर मुहर लगने के बाद इसका रास्ता भी साफ हो जाएगा.
जयपुर SMS में बनेगा आईपीडी टॉवर सवाई मानसिंह अस्पताल में कॉटेज वार्ड की जगह बहुमंजिला आईपीडी टॉवर बनेगा. जिसमें 1000 मरीज भर्ती क्षमता (सामान्य वार्ड), 150 मरीज भर्ती क्षमता (गंभीर और अतिगंभीर यूनिट), ऑपरेशन थियेटर, पोस्ट ऑपरेशन थियेटर, आईसीयू, डाइग्नोस्टिक लैब आदि की सुविधाएं उपलब्ध रहेगी. इसके अतिरिक्त नई मोर्चरी बनाई जाएगी.
मुख्यमंत्री ने बजट में एसएमएस अस्पताल में नए आईपीडी ब्लॉक और कार्डियोलॉजी यूनिट निर्माण की घोषणा की थी. हालांकि, बिल्डिंग बायलॉज में इस क्षेत्र में अधिकतम 20 मीटर ऊंची इमारत बनाने का ही प्रावधान है. ऐसे में इस टावर की ऊंचाई को नियमों के दायरे में लाने की जद्दोजहद जारी है. यूडीएच विभाग के एक्सपर्ट कमेटी ने 125 मीटर ऊंची इमारत बनाने की सिफारिश कर दी है और अब इसे यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल को भेजा जाएगा.
विभिन्न विभाग मिलकर जुटाएंगे 400 करोड़
सवाई मानसिंह अस्पताल में बनाए जाने वाले आईपीडी टॉवर और कार्डियोलॉजी संस्था निर्माण परियोजना पर 400 करोड रुपए खर्च होंगे. एसएमएस अस्पताल की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए परियोजना के क्रियान्वयन को प्राथमिकता के आधार पर फास्ट ट्रैक मोड पर लाने का निर्णय लिया गया है. इस परियोजना में स्मार्ट सिटी 75 करोड़, कार्डियोलॉजी संस्थान 50 करोड़, स्वास्थ्य विभाग 96 करोड़, आवासन मंडल 100 करोड़, जेडीए 50 करोड़ और डीएमएफटी व अन्य स्त्रोत से 29 करोड़ खर्च किए जाएंगे. आईपीडी टॉवर परियोजना की क्रियान्वयन कार्यकारी एजेंसी जेडीए होगी.
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ये होगी सुविधा
इस टॉवर में 200 आईसीयू बेड, 820 वार्ड बेड, 100 डिलक्स रूम, 80 प्रीमियम कमरे, हाइब्रिड स्टील स्ट्रक्चर, हेलीपैड एयर एंबुलेंस की सुविधा, 20 ऑपरेशन थिएटर, एसआईसीयू, एमआईसीयू, एचडीयू, न्यूक्लिर मेडिसीन, स्पोर्ट्स मेडिसीन की ओपीडी सुविधा, 100 रजिस्ट्रेशन काउंटर, डायग्नोस्टिक सुविधा, सेमिनार हॉल, नई मोर्चरी और पुलिस स्टेशन की सुविधा होगी.
बताया जा रहा है कि 15 अगस्त को प्रदेश की सबसे ऊंची इमारत का शिलान्यास किया जाएगा. एसएमएस आईपीडी टॉवर को करीब 21 महीने में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके गुणवत्ता की निगरानी एमएनआईटी द्वारा की जाएगी. जबकि सभी खरीद और कार्यों में वित्तीय निष्पक्षता और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए आरटीपीपी एक्ट की पालना की जाएगी.