जयपुर. कोरोना का प्रकोप कम हुआ तो शहर की सड़कों पर यातायात दबाव काफी बढ़ गया. सड़क हादसों की संख्या में भी काफी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. वर्ष 2020 में कोरोना काल के चलते सड़क दुर्घटनाओं में कमी दर्ज की गई थी, वहीं वर्ष 2021 में जनजीवन सामान्य होने पर एक बार फिर से सड़क हादसों में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है.
सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए विभिन्न तरह के जन जागरूकता अभियान चलाने की रूपरेखा तैयार की जा रही है. सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर अनेक कैंपेन चला कर पुलिस लोगों को जागरूक करने की तैयारी कर रही है. जयपुर ट्रैफिक पुलिस विभिन्न तरह के एनजीओ के साथ मिलकर अधिक लोगों को जोड़ने, यातायात नियमों और उनके पालन के लिये जागरुकता का प्रसार करने का प्रयास कर रही है.
एडिशनल पुलिस कमिश्नर राहुल प्रकाश ने बताया कि जैसे ही स्कूल, कॉलेज शुरू होंगे वैसे ही पुलिस शैक्षणिक संस्थाओं में जन जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत करेगी. पुलिस वर्चुअल माध्यम से और सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म के जरिए लोगों से जुड़ रही है. उन्हें सड़क दुर्घटनाओं के पीछे के कारण और सड़क दुर्घटनाओं से बचने के लिए अपनाए जाने वाले उपायों के बारे में जानकारी दे रही है.
उन्होंने कहा कि हेलमेट, सीट बेल्ट नहीं लगाने वाले, नशे में या लापरवाही से ड्राइविंग करने वालों का परिवार सजा भुगतता है. ऐसे में लोगों को प्रेरित किया जा रहा है कि वे यातायात नियमों का पालन करें. एडिशनल पुलिस कमिश्नर राहुल प्रकाश ने बताया कि यातायात नियमों की पालना करने के लिए युवाओं को प्रेरित करना बेहद आवश्यक है.