जयपुर. राजधानी की ट्रांसपोर्ट लाइफलाइन कही जाने वाली लो फ्लोर बसों के कर्मचारियों का वेतन बीते 2 महीने से लंबित चल रहा है. ऐसे में अब उन्हें अपने घर का खर्च चलाने में भी जद्दोजहद करनी पड़ रही है, या यूं कहें कि फिलहाल कोरोना के साथ उनकी जिंदगी वेतन नहीं मिलने के दोहरे संकट से जूझ रही है.
वेतन नहीं मिलने की समस्या से भी जूझ रहे लो फ्लोर बस के 1100 ड्राइवर-कंडक्टर बता दें, कि जेसीटीएसएल कर्मचारी लॉकडाउन खत्म होने के साथ-साथ अपने वेतन की भी बाट जोह रहे हैं. शहर में लो फ्लोर बसें चलाने वाले 1100 ड्राइवर कंडक्टर को अब तक फरवरी महीने का भी पूर्ण वेतन भुगतान नहीं किया गया है. ऐसी स्थिति में कर्मचारियों पर पहले से मंडरा रहा आर्थिक संकट और गहरा गया है. इन विषम परिस्थितियों से राहत के लिए यूनियन ने 2 अप्रैल को उच्च स्तर पर फरवरी और मार्च महीने के वेतन भुगतान की मांग की थी.
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ऐसे में जेसीटीएसएल प्रबंधन द्वारा मुख्यालय में कार्यरत कर्मचारियों और अधिकारियों को तो फरवरी और मार्च का पूर्ण वेतन भुगतान कर दिया गया, जबकि लो फ्लोर बस के ड्राइवर कंडक्टर के साथ भेदभाव करते हुए सिर्फ फरवरी महीने का भुगतान किया गया वो भी आधा.
यूनियन ने प्रशासन द्वारा वेतन भुगतान नहीं किए जाने को सरासर गलत और अन्यायपूर्ण बताया. साथ ही राज्य सरकार से जल्द समाधान निकालने की मांग उठाते हुए सीएम और जेसीटीएसएल प्रबंधन को पत्र लिखा. वर्तमान में कोरोना संक्रमण से बचने के लिए दूसरा लॉकडाउन जारी है, जो 3 मई तक चलेगा. ऐसी विषम परिस्थितियों में बिना वेतन के जेसीटीएसएल कर्मचारियों के सामने अपने परिवार का पालन पोषण करना बहुत मुश्किल हो गया है.