जयपुर.बम धमाकों के गुनहगारों के बुधवार के दिन सजा सुनाई जाएगी. इससे पहले ईटीवी भारत ने जयपुर के व्यस्ततम बाजारों में एक रियलिटी चैक किया और ये जानने की कोशिश की...कि आखिर जयपुर की जनता कितनी सतर्क है...
समय : दोपहर 12:50 बजे
ईटीवी भारत संवाददाता अंकुर जाकड़ शहर के छोटी चौपड़ कोतवाली थाने पहुंचे. इस दौरान संवाददाता के पास एक बैग था. जिसे कोतवाली थाने के नजदीक खड़ी एक साइकिल पर टांग दिया गया. चूंकि 13 मई 2008 को जो बम ब्लास्ट हुए थे, उसमें भी साइकिल का प्रयोग किया गया था, इसलिए इस रियलिटी चेक में भी साइकिल का इस्तेमाल किया गया. यहां क्षेत्रीय व्यापारी, आस-पास से गुजरते हुए सैकड़ों लोग, यहां तक कि पुलिस प्रशासन के नुमाइंदे भी कई बार इस साइकिल के नजदीक से गुजरे. लेकिन किसी का इस पर ध्यान तक नहीं गया.
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समय : दोपहर 2:00 बजे
करीब 1 घंटे 10 मिनट बाद हमारे संवाददाता दोबारा कोतवाली थाने के बाहर पहुंचे. जिस बैग को साइकिल पर टांगा गया था, वो अभी भी वहीं मौजूद था. इस बीच कोतवाली थाना एसएचओ भी गश्त के बाद थाने पहुंच चुके थे और उनकी गाड़ी हIकीकत साइकिल के नजदीक खड़ी गई, लेकिन उनकी नजर भी इस पर नहीं पड़ी.
समय : दोपहर 2:15 बजे
ईटीवी भारत संवाददाता ने साइकिल के नजदीक खड़े कुछ लोगों, दुकानदारों और थड़ी संचालकों से बैग के बारे में जानना चाहा. इस पर उनका कहना था कि लावारिस साइकिल और बैग पर उनकी निगाह नहीं गई. और ना ही उसे लेने कोई वहां पहुंचा. आमजन की सतर्कता को टटोलना चाहा तो सामने थी तो सिर्फ लापरवाही.
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11 साल बाद जयपुर में काफी बदलाव आ चुका है, लेकिन शहरवासी अब भी जागरूक नहीं हुए हैं. ईटीवी भारत की ओर से छोटी चौपड़ जहां बैक टू बैक दो बम ब्लास्ट हुए थे. वहां रियलिटी चेक किया गया. जिसमें पुलिस प्रशासन से लेकर शहर की आम जनता की जागरूकता और सतर्कता भी सामने आ गई.