जयपुर. राजधानी के सांगानेर सदर इलाके में स्थित एक प्राइवेट स्कूल के 10वीं कक्षा के छात्र के अपने घर पर फंदा लगाकर 31 मार्च को आत्महत्या कर ली (10th Class student committed suicide in Jaipur) थी. मामले में गुरुवार को मृतक के दादा ने कोर्ट के इस्तगासे के जरिए स्कूल डायरेक्टर और अध्यापक के खिलाफ दसवीं की परीक्षा का परमिशन लेटर नहीं देने और टॉर्चर करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है.
परमिशन लेटर नहीं देने पर दसवीं के छात्र ने फंदा लगा की आत्महत्या, एक महीने बाद दर्ज हुई एफआईआर
जयपुर के सांगानेर सदर थाना इलाके में एक दसवीं कक्षा के छात्र ने गत 31 मार्च को आत्महत्या कर (10th Class student committed suicide in Jaipur) ली. मृतक छात्र के दादा ने कोर्ट के इस्तगासे के जरिए गुरुवार को मामला दर्ज करवाया है. रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि स्कूल डायरेक्टर और अध्यापक ने फीस जमा नहीं कराने का कहकर दसवीं की परीक्षा का परमिशन लेटर छात्र को नहीं दिया. जिससे अवसाद में आए छात्र ने आत्महत्या कर ली.
थानाधिकारी बृज मोहन कविया ने बताया कि मीणों की ढाणी, वाटिका निवासी 16 वर्षीय विकास मीणा दसवीं कक्षा में पढ़ता था. जिसने 31 मार्च को अपने घर पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक के दादा गेंदीलाल का आरोप है कि स्कूल डायरेक्टर मान लाल और अध्यापक विनोद कुमार ने विकास को फीस नहीं जमा करवाने के चलते टॉर्चर किया था, जिससे आहत होकर उसने सुसाइड कर लिया. गेंदीलाल ने स्कूल डायरेक्टर और टीचर से विनती भी की थी कि उसका बेटा अस्पताल में भर्ती है जिसके इलाज में काफी पैसा खर्च हो रहा है. अब उनके पास पैसे नहीं बचे हैं जैसे ही पैसों का बंदोबस्त होगा वह फीस जमा करवा देंगे. इसके बावजूद भी स्कूल डायरेक्टर व टीचर ने विकास को परमिशन लेटर नहीं दिया और साथ ही अन्य छात्रों के सामने उसको जलील किया गया. जिसके चलते विकास काफी अवसाद में आ गया और उसने आत्महत्या का कदम उठा लिया. पुलिस ने गुरुवार को मुकदमा दर्ज कर जांच करना शुरू की है.
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