जयपुर. विदेश में फंसे प्रवासी राजस्थानी वंदे मातरम मिशन के तहत जयपुर लाए जा रहे हैं. ऐसे में 3 फ्लाइट के अंतर्गत कुल 302 प्रवासी राजस्थानियों को जयपुर भी लाया जा चुका है.
बता दें, कि वंदे मातरम मिशन के तहत जो भी प्रवासियों को जयपुर लाया जा रहा है उन सभी को 14 दिन के क्वॉरेंटाइन सेंटर में रहना है. ऐसे में सरकार के द्वारा उन लोगों के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर की व्यवस्था की गई है, लेकिन उस क्वॉरेंटाइन सेंटर का पैसा भी उन यात्रियों से ही लिया जा रहा है. इसके साथ ही फ्लाइट का किराया भी विदेश से आने वाले प्रवासियों को ही देना पड़ रहा है. बता दें, कि जब प्रवासी जयपुर एयरपोर्ट पर पहुंचते हैं तो वहां पर सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाती है. उसके बाद उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच बसों में बैठाकर क्वॉरेंटाइन सेंटर पहुंचाया जाता है.
पहली फ्लाइट 22 मई को आई थी जयपुर
वंदे मातरम मिशन के तहत जयपुर एयरपोर्ट पर पहली फ्लाइट 22 मई को आई थी. इस फ्लाइट के अंतर्गत 148 प्रवासी राजस्थानी जो लंदन में फंसे हुए थे, उन्हें बुलाया गया था. हालांकि, इस दौरान जयपुर एयरपोर्ट पर फ्लाइट के पहुंचने के बाद एक यात्री संदिग्ध भी पाया गया था. जिसे उसी समय नजदीकी कोविड-19 डेडीकेट सेंटर भी ले जाया गया था.
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दूसरी फ्लाइट 26 मई को आई थी जयपुर
राजधानी जयपुर सहित प्रदेश भर के स्टूडेंट्स डॉक्टरी करने के लिए विदेशों में पढ़ते हैं. ऐसे में बड़ी संख्या में प्रदेश के बच्चे कजाकिस्तान में फंसे हुए थे. ऐसे में वंदे मातरम मिशन के तहत 154 प्रवासी राजस्थानियों को जयपुर लाया गया था. जिसके बाद कड़ी सुरक्षा के बीच उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर ले जाया गया था. बता दें कि इस फ्लाइट को 25 मई को जयपुर पहुंचना था, लेकिन एयर इंडिया ने संचालन कारणों का हवाला देते हुए इस फ्लाइट के शेड्यूल को बदल दिया था.