बीकानेर. बीकानेर संभाग के सबसे बड़े अस्पताल पीबीएम अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्थाओं का आरोप लगाते हुए मंगलवार को बीकानेर की मोहन सिंह वेलफेयर सोसाइटी के बैनर तले युवाओं ने पीबीएम अस्पताल में विरोध प्रदर्शन किया. युवाओं ने अव्यवस्थाओं को लेकर अस्पताल के अधीक्षक की अनुपस्थिति में उप अधीक्षक का घेराव किया. युवाओं ने कहा कि मांग नहीं मानी जाती है तो मुख्यमंत्री के बीकानेर दौरे के दौरान उन्हें काले झंडे दिखाकर विरोध किया जाएगा.
पीबीएम अस्पताल की अव्यवस्थाओं को लेकर युवाओं ने किया प्रदर्शन जिले के के सबसे बड़े अस्पताल पीबीएम अस्पताल में अक्सर अव्यवस्थाओं का आलम देखने को मिलता है और कई दफा प्रशासनिक और राजनीतिक स्तर पर इस व्यवस्था को सुधारने के प्रयास किए गए लेकिन कभी भी नतीजा सकारात्मक सामने नहीं आ पाया. एक बार फिर बीकानेर की युवाओं ने इस मुद्दे को हाथ में लेते हुए पीबीएम अस्पताल की व्यवस्था को सुधारने का बीड़ा उठाया है. मोहन सिंह वेलफेयर सोसायटी के सचिव वेद व्यास की अगुवाई में आए युवाओं ने कहा कि पीबीएम अस्पताल की अव्यवस्थाओं को लेकर भी कई बार विरोध प्रदर्शन कर अस्पताल के अधीक्षक और जिला प्रशासन को ज्ञापन दे चुके हैं लेकिन आज तक व्यवस्था नहीं सुधरी है.
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वेदव्यास ने कहा कि अब हमारी मांग है कि अस्पताल में प्रशासनिक अधिकारी को प्रशासक के तौर पर लगाया जाए. जिससे अस्पताल की व्यवस्थाओं को पटरी पर लाया जा सके. वहीं उन्होंने आरोप लगाया कि अस्पताल के चिकित्सक मरीजों के साथ खिलवाड़ करते हैं.
अस्पताल की अव्यवस्थाओं को सुधारने का युवाओं ने उठाया बीड़ा वेद व्यास ने कहा कि अस्पताल का आउटडोर का समय निश्चित है लेकिन कभी भी समय पर चिकित्सक अस्पताल नहीं आते हैं और अपने घर पर ही मरीजों का इलाज करते हुए नजर आते हैं. उन्होंने कहा कि जब तक अस्पताल में प्रशासक नहीं लगता वे चुप नहीं बैठेंगे. इस बार इस उनकी बात को नहीं सुना गया तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीकानेर दौरे पर आने के दौरान उन्हें काले झंडे दिखाकर विरोध किया जाएगा.
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इस दौरान साथ आए युवाओं ने अस्पताल में कमीशन खोरी का खेल चलने का बैनर हाथ मे लेकर विरोध किया. भाजपा से जुड़े भगवान सिंह मेड़तिया का कहना है कि अस्पताल प्रशासन को लास्ट बार कहने के बावजूद भी वे समझ नहीं पा रहे हैं. इस बार हमने अस्पताल की अव्यवस्थाओं को दूर करने की ठानी है. जब तक यह व्यवस्था सुधर नहीं जाती हम लोग चुप नहीं बैठेंगे.