बीकानेर. स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय ने देश भर के कृषि संस्थानों की वार्षिक रैंकिंग में 29वां स्थान हासिल किया है. पिछले वर्ष विश्वविद्यालय 57वीं रैंकिंग पर था. इस प्रकार भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) की ओर से इस वर्ष की रैंकिंग में एसकेआरएयू ने रैंकिंग में 28 स्थानों की बड़ी छलांग लगाई है.
इस उपलब्धि पर कुलपति प्रो. आरपी सिंह ने कहा कि रैंकिंग सुधार उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता थी. सतत एवं सामूहिक प्रयासों से यह उपलब्धि हासिल हो पाई है. उन्होंने बताया कि देशभर के 75 कृषि विश्वविद्यालयों, पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालयों तथा राष्ट्रीय स्तर के कृषि संस्थानों द्वारा वर्ष भर किए गए कार्यों के आधार पर यह रैंकिंग तय की गई है.
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इसके लिए विश्वविद्यालय की ओर से आईसीएआर के निर्धारित प्रारूप में आवेदन किया गया. इसमें विश्वविद्यालय की ओर से विकसित तकनीकियों, फसलों, आधारभूत सुविधाओं में वृद्धि, जेआरएफ, एसआरएफ और विद्यार्थियों की अन्य महत्त्वपूर्ण उपलब्धियों, शोध पत्रों, किसानों से संबंधित गतिविधियों जैसे बिंदु सम्मिलित थे. उन्होंने बताया कि रैंकिंग सुधार के लिए माइक्रो लेवल पर प्लानिंग की गई और प्रत्येक रैंकिंग बिंदु पर विशेष ध्यान दिया गया.
प्रदेश में रही यह स्थिति...
आईसीएआर की ओर से जारी रैंकिंग में स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय को देश भर में 29वां स्थान मिला है. इस सूची में पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय 39वें, श्रीकर्ण नरेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय जोबनेर 42वें और कृषि विश्वविद्यालय कोटा 49वें पायदान पर है. कृषि विश्वविद्यालय जोधपुर को रैंकिंग नहीं मिली है. महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय उदयपुर की 21वीं रैंक है. इस प्रकार एसकेआरएयू ने प्रदेश के 6 विश्वविद्यालयों में दूसरा स्थान हासिल किया है.