बीकानेर. बीकानेर के डूंगर कॉलेज का इतिहास आजादी से भी पुराना है. रियासत काल में स्कूल से शुरू हुआ सफर कुछ सालों में ही कॉलेज तक पहुंचा और आज डूंगर कॉलेज बीकानेर संभाग का सबसे बड़ा महाविद्यालय है जिसकी गिनती प्रदेश के प्रमुख महाविद्यालय में होती है (Dungar College Bikaner history). दरअसल डूंगर कॉलेज केवल छात्रसंघ चुनाव तक ही सीमित नहीं रहा है बल्कि इस कॉलेज में चुनाव लड़ने वाले छात्र नेता और अध्यक्ष बन चुके नेता आज राजनीति में सफल हैं.
कई पूर्व छात्र मंत्री, यह भी एक संयोग!:यह भी एक संयोग है कि इसी कॉलेज के पूर्व छात्र आज देश और प्रदेश की सरकार में प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं. फेहरिस्त लम्बी है. बीकानेर के सांसद और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल इस कॉलेज के छात्र रह चुके हैं तो वहीं प्रदेश के शिक्षा मंत्री बी डी कल्ला यहां के छात्रसंघ अध्यक्ष रह चुके हैं. इसके अलावा कैबिनेट मंत्री गोविंद मेघवाल, पूर्व मंत्री राजेंद्र राठौड़, नरपत सिंह राजवी, पूर्व विधायक रेवत राम पंवार, आरके दास गुप्ता, सुरेंद्र पाल टीटी इसी कॉलेज से शिक्षा ग्रहण कर चुके हैं.
नाम और भी हैं. इनमें केंद्र सरकार में मंत्री रहे और उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल रहे दिवंगत उस्मान आरिफ, पूर्व वित्त मंत्री दिवंगत मानिक चंद सुराणा शामिल हैं. बीकानेर से ही विधायक रहे दिवंगत गोपाल जोशी भी छात्र संघ के अध्यक्ष रह चुके हैं. वर्तमान में राजनीतिक रूप से शहर भाजपा अध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह, भगवान सिंह मेड़तिया, सुरेंद्र सिंह शेखावत, विजयपाल बेनीवाल, भागीरथ मूंड, शिवलाल गोदारा, धर्मचन्द गोदारा, रामनिवास कूकना महेश मूंड, सहित कई छात्र नेता राजनीति में सक्रिय हैं.
खेलों से लेकर सेना तक:इस कॉलेज ने देश को बहुत वीर सपूत भी दिए हैं.सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल रहे देवनाथ सिंह, कश्मीर में देश के लिए शहादत देने वाले मरणोपरान्त शौर्य चक्र से सम्मानित शहीद मेजर थॉमस, कर्नल बाग सिंह, ब्रिगेडियर जगमाल सिंह भी इसी कॉलेज के पास आउट थे. सीआरपीएफ में कमांडेंट और हाल ही में उत्कृष्ट सेवा पदक से सम्मानित हुए देवेंद्र सिंह कंस्वा भी इसी कॉलेज के छात्र रहे हैं. वहीं भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान रहे अर्जुन पुरस्कार विजेता मगन सिंह राजवी, राजस्थान क्रिकेट संघ के पूर्व सचिव अशोक ओहरी और रणजी खिलाड़ी रतन सिंह इसी कॉलेज के पूर्व छात्र रहे हैं.