बीकानेर.जिले की तीन नगर पालिका नोखा, श्रीडूंगरगढ़ और देशनोक में अध्यक्ष पद को लेकर मतदान रविवार को हुआ और मतदान के ठीक बाद मतगणना हुई. नोखा नगर पालिका में नोखा विकास मंच के बैनर तले एनसीपी के सिंबल पर चुनाव लड़े नारायण झंवर लगातार दूसरी बार मेयर बने और भाजपा को यहां हार का मुंह देखना पड़ा. हालांकि कांग्रेस यहां चुनाव में नहीं थी और अपने किसी भी प्रत्याशी को खड़ा नहीं किया था और विकास मंच को अंदर खाने में कांग्रेस का समर्थन था.
बीकानेर में निकाय चुनाव: तीन में से एक भाजपा, एक कांग्रेस और एक में एनसीपी का बोर्ड
तीन नगर पालिका नोखा, श्रीडूंगरगढ़ और देशनोक में अध्यक्ष पद को लेकर मतदान रविवार को हुआ और मतदान के ठीक बाद मतगणना हुई. नोखा नगर पालिका में नोखा विकास मंच के बैनर तले एनसीपी के सिंबल पर चुनाव लड़े नारायण झंवर लगातार दूसरी बार मेयर बने और भाजपा को यहां हार का मुंह देखना पड़ा.
वहीं देशनोक नगर पालिका में कांग्रेस ने अपना मेयर बनाया है. कांग्रेस के ओमप्रकाश मुंधडा नगर पालिका के मेयर चुने गए हैं. देशनोक में कांग्रेस और भाजपा दोनों के ही पास बहुमत नहीं था और निर्दलीय के सहारे कांग्रेस ने यहां अपना कब्जा किया है. देशनोक की जीत उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी के राजनीतिक कौशल का परिणाम के रूप में देखी जा रही है. दरअसल कॉलेज विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत देशनोक नगर पालिका आती है और पूरे चुनाव के दौरान यहां पर मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कमान संभाल रखी थी.
श्रीडूंगरगढ़ में लगातार भाजपा अपना बोर्ड बनाने में सफल रही. बहुमत हासिल करने के बाद भाजपा में हुई बगावत के बावजूद भी भाजपा की रणनीति यहां कारगर रही. 40 सीटों की नगर पालिका में भाजपा के 23 पार्षद चुनाव जीते थे. लेकिन भाजपा के ही एक बागी ने पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के सामने ताल ठोक कर बगावत कर दी थी. जिसके बाद कांग्रेस ने यहां पर अपने अधिकृत प्रत्याशी की नाम वापसी करा कर भाजपा के बागी को समर्थन दिया था. लेकिन मतदान के दौरान भाजपा ने कांग्रेस में ही एक वोट क्रॉस करवा दिया और अपने 22 के मुकाबले कुल 23 वोट हासिल कर जीत हासिल की.