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राजस्थान में जुलाई से शुरू हो सकता है नया शैक्षणिक सत्र : शिक्षा निदेशक

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Published : May 19, 2020, 5:22 PM IST

कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते लॉकडाउन में प्रदेश की शिक्षण व्यवस्था काफी प्रभावित हुई है. लेकिन लॉकडाउन में हुए नवाचार के तहत विद्यार्थियों को ऑनलाइन पढ़ाने का कांसेप्ट शिक्षा विभाग ने निकाला. ऐसे में माना जा रहा है कि अब इस थीम पर भी विभाग काम करेगा. शिक्षा विभाग की भविष्य की योजनाओं को लेकर माध्यमिक शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.

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निदेशक का एक्सक्ल्यूसिव इंटरव्यू

बीकानेर.लॉकडाउन के चलते शिक्षा विभाग ने कक्षा 1 से 9 और कक्षा 11 की परीक्षाओं को रद्द करते हुए विद्यार्थियों को सीधे ही प्रमोट कर दिया. लेकिन लॉकडाउन में विद्यार्थियों की पढ़ाई खराब न हो, इसको लेकर भी खूब नवाचार किए. शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि लॉकडाउन के चलते विद्यार्थियों की पढ़ाई खराब न हो. इसको लेकर 'स्माइल कार्यक्रम' चलाया गया. साथ ही ऑनलाइन पढ़ाई के जरिए अलग-अलग व्हाट्सएप ग्रुप भी स्कूल और कक्षा वार बनाए गए, जिसका आज प्रदेश के करीब पांच लाख विद्यार्थी सीधा लाभ ले रहे हैं.

निदेशक का एक्सक्ल्यूसिव इंटरव्यू

स्वामी ने कहा कि जहां इंटरनेट की परेशानी है, उसको देखते हुए आकाशवाणी के माध्यम से विद्यार्थियों को पढ़ाई करवाई जा रही है. प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में लाखों की संख्या में विद्यार्थी इसका लाभ ले रहे हैं. निदेशक ने कहा कि आने वाले समय में निजी स्कूलों के मुकाबले सरकारी स्कूलों में भी बेहतर तकनीक के साथ पढ़ाई हो, इसको लेकर प्रदेश के अलग-अलग विषयों के शिक्षकों से आवेदन मांगे गए थे. उनमें से चयनित 400 से ज्यादा शिक्षकों के ऑनलाइन कंटेंट वीडियो निदेशालय को मिले हैं, जिसको आने वाले समय में एक स्टूडियो सेटअप कर तैयार करवाए जाएंगे. साथ ही आईसीटी के माध्यम से हर स्कूल में उस सिलेबस और लेसन को विद्यार्थियों को पढ़ाया जाएगा. इससे किसी स्कूल में उस विषय के शिक्षक के न आने पर विद्यार्थियों की पढ़ाई खराब नहीं होगी और उस वीडियो कंटेंट के माध्यम से विद्यार्थी पढ़ सकेंगे.

जुलाई से शुरू हो सकता है नया शैक्षिक सत्र

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इस नवाचार से किसी विषय के शिक्षक की कमी को भी पूरा करने में मदद मिलेगी. स्कूली विद्यार्थियों को दिए जाने वाली साइकिल लैपटॉप और स्कूटी योजना, लॉकडाउन के चलते पेंडिंग रहने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उच्च स्तर पर इसको लेकर चर्चा हो रही है. दिशा-निर्देश मिलने के बाद इस काम को भी किया जाएगा. इस दौरान ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद नए शैक्षिक सत्र की जुलाई में शुरू होने को लेकर के सवाल पर उन्होंने कहा कि जुलाई में नया शैक्षिक सत्र शुरू हो जाएगा. वहीं शिक्षकों की ओर से लिए जाने वाली ऑनलाइन पढ़ाई और शिविरा पंचांग में ग्रीष्मकालीन अवकाश होने से हुए असमंजस के सवाल पर उन्होंने कहा कि शिविरा पंचांग में परिवर्तन सरकार के आदेशों से होगा. लेकिन शिक्षकों को तब तक ऑनलाइन पढ़ाई करवानी होगी.

कोरोना में शिक्षा विभाग कार्मिकों की ओर से दी जाने वाली ड्यूटी को लेकर शिक्षकों में हुए असमंजस को लेकर उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में 2 लाख से ज्यादा शिक्षक कोरोना ड्यूटी में हैं. कई ऐसे शिक्षक भी हैं, जिनकी ड्यूटी नहीं लगी है. इसको लेकर जिला प्रशासन को बताया गया है कि जिनकी पूर्व में ड्यूटी लग चुकी है. उनके स्थान पर ऐसे शिक्षकों को ड्यूटी के लिए बुलाया जाए, जिन शिक्षकों की अभी तक ड्यूटी नहीं लगी है.

निजी स्कूलों की मिली शिकायत

इस दौरान शिक्षा निदेशक ने लॉकडाउन अवधि में निजी स्कूलों की ओर से कार्यरत निजी शिक्षकों को वेतन न देने की बात पर कहा कि उनके पास भी इस तरह की दो शिकायत आई है. लेकिन पीड़ित शिक्षक अपना नाम उजागर नहीं करना चाहता और खुद सामने आकर शिकायत नहीं करता है. लेकिन बावजूद इसके उन्होंने जांच करवाई है और इसको लेकर विभागीय अधिकारियों को भी दिशा-निर्देश दिए हैं.

प्रवासियों की घर वापसी पर भी बोले

राज्य सरकार की ओर से शिक्षा निदेशक को प्रवासियों के घर वापसी और दूसरे राज्यों के प्रवासियों को उन्हें वापस भेजने को लेकर बीकानेर संभाग की जिम्मेदारी शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी को दी गई है. ऐसे में उन्होंने कहा कि मंगलवार को बीकानेर से गाजीपुर और बुधवार को बीकानेर से गया के लिए ट्रेन जाएगी, जिसमें बड़ी संख्या में वहां के प्रवासी मजदूर वापस अपने घर जाएंगे. वहीं बंगाल-हैदराबाद और मुंबई से अब तक बीकानेर तीन ट्रेन आ चुकी है, जिसमें प्रदेश के अलग-अलग जिलों के लोग वापस अपने घर लौटे हैं. आने वाले समय में आने और जाने वाली कोई ट्रेन होंगी, जिसमें प्रवासी बीकानेर से जाएंगे और दूसरे राज्यों में बीकानेर और आसपास के जिलों के लोग घर लौटेंगे.

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