बीकानेर.लॉकडाउन के चलते शिक्षा विभाग ने कक्षा 1 से 9 और कक्षा 11 की परीक्षाओं को रद्द करते हुए विद्यार्थियों को सीधे ही प्रमोट कर दिया. लेकिन लॉकडाउन में विद्यार्थियों की पढ़ाई खराब न हो, इसको लेकर भी खूब नवाचार किए. शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि लॉकडाउन के चलते विद्यार्थियों की पढ़ाई खराब न हो. इसको लेकर 'स्माइल कार्यक्रम' चलाया गया. साथ ही ऑनलाइन पढ़ाई के जरिए अलग-अलग व्हाट्सएप ग्रुप भी स्कूल और कक्षा वार बनाए गए, जिसका आज प्रदेश के करीब पांच लाख विद्यार्थी सीधा लाभ ले रहे हैं.
स्वामी ने कहा कि जहां इंटरनेट की परेशानी है, उसको देखते हुए आकाशवाणी के माध्यम से विद्यार्थियों को पढ़ाई करवाई जा रही है. प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में लाखों की संख्या में विद्यार्थी इसका लाभ ले रहे हैं. निदेशक ने कहा कि आने वाले समय में निजी स्कूलों के मुकाबले सरकारी स्कूलों में भी बेहतर तकनीक के साथ पढ़ाई हो, इसको लेकर प्रदेश के अलग-अलग विषयों के शिक्षकों से आवेदन मांगे गए थे. उनमें से चयनित 400 से ज्यादा शिक्षकों के ऑनलाइन कंटेंट वीडियो निदेशालय को मिले हैं, जिसको आने वाले समय में एक स्टूडियो सेटअप कर तैयार करवाए जाएंगे. साथ ही आईसीटी के माध्यम से हर स्कूल में उस सिलेबस और लेसन को विद्यार्थियों को पढ़ाया जाएगा. इससे किसी स्कूल में उस विषय के शिक्षक के न आने पर विद्यार्थियों की पढ़ाई खराब नहीं होगी और उस वीडियो कंटेंट के माध्यम से विद्यार्थी पढ़ सकेंगे.
इस नवाचार से किसी विषय के शिक्षक की कमी को भी पूरा करने में मदद मिलेगी. स्कूली विद्यार्थियों को दिए जाने वाली साइकिल लैपटॉप और स्कूटी योजना, लॉकडाउन के चलते पेंडिंग रहने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उच्च स्तर पर इसको लेकर चर्चा हो रही है. दिशा-निर्देश मिलने के बाद इस काम को भी किया जाएगा. इस दौरान ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद नए शैक्षिक सत्र की जुलाई में शुरू होने को लेकर के सवाल पर उन्होंने कहा कि जुलाई में नया शैक्षिक सत्र शुरू हो जाएगा. वहीं शिक्षकों की ओर से लिए जाने वाली ऑनलाइन पढ़ाई और शिविरा पंचांग में ग्रीष्मकालीन अवकाश होने से हुए असमंजस के सवाल पर उन्होंने कहा कि शिविरा पंचांग में परिवर्तन सरकार के आदेशों से होगा. लेकिन शिक्षकों को तब तक ऑनलाइन पढ़ाई करवानी होगी.