बीकानेर. कला एवं संस्कृति विभाग तथा महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में तीन दिवसीय रम्मत महोत्सव शुक्रवार को प्रारंभ होगा. कला एवं संस्कृति मंत्री डॉ. बीडी कल्ला ने गुरुवार को विश्वविद्यालय पहुंचकर इसकी पूर्व तैयारियों की समीक्षा की. डॉ. कल्ला ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा पहली बार आयोजित होने वाले रम्मत महोत्सव के लिए अधिक से अधिक लोगों को आमंत्रित किया जाए.
उन्होंने कहा कि होली के अवसर पर आयोजित होने वाली रम्मतें हमारी लोक संस्कृति का प्रमुख अंग हैं. यह रम्मतें बीकानेर को विशिष्ट पहचान दिलाती हैं. देश के विभिन्न क्षेत्रों से लोग इन रम्मतों को देखने के लिए बीकानेर आते हैं. इन सभी विशेषताओं के मद्देनजर कला एवं संस्कृति विभाग द्वारा लोगों के बीच इन रम्मतों को प्रस्तुत करने का बीड़ा उठाया गया है, जिससे कि आमजन हमारी वैभवशाली लोक संस्कृति और लोक परंपराओं से रूबरू हो सके. साथ ही लोक कलाकारों के माध्यम से यह कला, एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक हस्तांतरित हो.
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर भी इन रम्मतों को साझा किया जाए, जिससे दुनियाभर के लोगों के बीच हमारे इस हुनर को पहुंचाया जा सके. डॉ. कल्ला ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा बीकानेर की लोक परंपराओं को मंच प्रदान करने के लिए रम्मत पार्क बनाया है. यह अपने आप में अभिनव पहल है. यहां सतत रूप से ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएं और इनमें अधिक से अधिक लोगों का जुड़ाव हो, ऐसे प्रयास किए जाएं. डॉ. कल्ला ने रम्मत महोत्सव के लिए बैठक व्यवस्था, प्रतिदिन आयोजित होने वाली रम्मतों, लोक कलाकारों के लिए की गई व्यवस्थाओं, आमंत्रण पत्र वितरण सहित तमाम व्यवस्थाओं की समीक्षा की. इस दौरान डाॅ. कल्ला ने धमाल गाकर लोक कलाकारों की हौसला अफजाई की.
राज्यपाल ऑनलाइन करेंगे उद्घाटन