बीकानेर. पिछले कार्यकाल में निःशुल्क दवा योजना के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने अपने इस कार्यकाल में सरकारी अस्पतालों के साथ ही निजी अस्पतालों में भी आम आदमी को निःशुल्क बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना (Mukhya Mantri Chiranjeevi Swasthya Bima Yojana) की शुरुआत की और अब धीरे-धीरे योजना के मूर्त रूप में आने के बाद आ रहे फीडबैक के आधार पर अब सरकारी स्तर पर इस योजना में बहुत बड़े बदलाव करते हुए आम आदमी को राहत देने की तैयारी की जा रही है.
स्टेट हेल्थ इंश्योरेंस एजेंसी के संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी आईएएस सौरभ स्वामी के नेतृत्व में बीकानेर आए दल ने दो दिन अस्पतालों का दौरा किया. इस दौरान ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए आईएएस सौरभ स्वामी ने कहा कि योजना के तहत पूर्व में निर्धारित अलग-अलग बीमारियों के पैकेज की रेट में अब संशोधन किया जा रहा है. उसको लेकर फीडबैक मिला था और उसके बाद अब इसमें बदलाव किया गया है और आने वाले 10 दिनों में इसका काम पूरा हो जाएगा.
बड़ी राहत देने की तैयारी में गहलोत सरकार... स्वामी ने बताया कि करीब 400 से 450 के करीब अलग-अलग बीमारियों के यह पैकेज हैं, जिन्हें मेडिसिन और सर्जरी के मुख्य रूप से शामिल किया गया है. स्वामी ने बताया कि निजी के साथ ही सरकारी अस्पतालों से भी इस तरह की बात सामने आई थी और उसको लेकर पैकेज में अलग-अलग इलाज के लिए तय की गई राशि को बढ़ा दिया गया है.
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निजी अस्पतालों से मिलती शिकायतों पर कारवाई...
स्वामी ने बताया कि इसके अलावा प्रदेश के निजी अस्पतालों में योजना के पात्र मरीजों से भी राशि वसूलने की मिलती शिकायतों के बीच अब इसकी मॉनिटरिंग और सफल क्रियान्वयन के लिए हर निजी अस्पताल में एक हेल्प डेस्क की शुरुआत की गई है. पूर्व में कोविड-19 के तौर पर लगे सहायकों को ट्रेनिंग दी जा रही है और उनकी ड्यूटी अस्पतालों में लगाई जाएगी, ताकि मरीज और उनके परिजनों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़े. उन्होंने आगे कहा कि हमारी कोशिश यह है कि हेल्प डेस्क मरीजों के बेहतर इलाज में काम आ सके, साथ ही मिल रही शिकायतों पर भी लगाम लगाई जा सके.
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सड़क दुर्घटना के घायलों को लेकर योजना...
सड़क दुर्घटनाओं में घायल होने वाले लोगों को निजी अस्पताल में तत्काल बेहतर इलाज मिल सके, इसको लेकर मुख्यमंत्री ने बजट में घोषणा की थी. अब चिरंजीवी योजना के तहत निजी अस्पतालों में सड़क दुर्घटना के घायलों को तत्काल इलाज (Treatment for Injured in Road Accident) मिल सके और उनकी जान बचाई जा सके, इसको लेकर भी कार्य योजना बनाई गई है. आने वाले दिनों में इसको भी मूर्त रूप देकर पूरा किया जाएगा. स्वामी ने बताया कि इससे सड़क दुर्घटना में घायल हुए लोगों को तत्काल समय पर इलाज मिल सकेगा और चिरंजीवी योजना के तहत उनका इलाज भी निःशुल्क होगा, साथ ही समय पर इलाज के अभाव में होने वाली किसी भी तरह की मौतों पर अंकुश लगेगा.