बीकानेर. आसमान से बरसती गर्मी और लू के थपेड़ों के बीच आम जनजीवन पहले से ही प्रभावित है. उसमें बिजली की कटौती और पानी की किल्लत ने लोगों को बेहाल कर दिया है. पश्चिमी राजस्थान के 10 जिलों में पिछले 2 महीने से चल रही नहरबंदी (Canal Block in Western Rajasthan) अब और 10 दिन बढ़ गई है. नहरबंदी के बाद पानी की किल्लत बढ़ गई है. बीकानेर में हालात नियंत्रण से बाहर होते जा रहे हैं.
ऐसे में आईजीएनपी मंत्री महेंद्रजीत मालवीय 2 दिन से बीकानेर के दौरे पर हैं. वहीं, प्रदेश के ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी और शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने शुक्रवार को आईजीएनपी सभागार में नहर अधिकारियों की बैठक ली. बैठक के बाद ईटीवी भारत ने तीनों मंत्रियों से बातचीत की. बीकानेर में 20 मई को नहर बंदी खत्म होनी थी, लेकिन अब जिला प्रशासन की ओर से जारी जानकारी के मुताबिक 29 मई तक आपूर्ति सही होगी. जबकि जल संसाधन मंत्री महेंद्रजीत मालवीय का कहना था कि (Mahendrajeet Malaviya on Water Crisis) निश्चित रूप से नहरबंदी से पानी की किल्लत हुई है.
लेकिन जिला प्रशासन की ओर से जो बात कही जा रही है वह पूरी तरह से गलत है. उन्होंने कहा कि कॉमन बैंक टूटने के चलते जो हालात हुए हैं उसको लेकर मैं खुद और मेरे विभाग के अधिकारी मौके पर गए हैं. जिला प्रशासन के अधिकारी बीकानेर में ही बैठे हैं. उन्होंने क्या आदेश जारी किए हैं, मुझे पता नहीं, लेकिन पानी 30 मई से पहले बीकानेर को मिलेगा. जल संसाधन और आईजीएनपी के राज्य मंत्री के तौर पर बैठक में मौजूद रहे मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि पिछले 3 सालों में प्रदेश सरकार ने आईजीएनपी की मरम्मत और सार संभाल के लिए बड़ा बजट जारी किया है.
बिजली कटौती को लेकर बोले भंवर सिंह भाटी : वहीं, ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि (Power Cut in Rajasthan) बिजली का संकट अकेले राजस्थान में नहीं, बल्कि देश के 16 से ज्यादा राज्यों में है. इस बार बिजली के उत्पादन के मुकाबले खपत ज्यादा रही है. मंत्री भंवर सिंह भाटी का कहना था कि इस मामले में मुख्यमंत्री ने ऊर्जा विभाग को फ्री-हैंड किया है और बिजली की उपलब्धता के लिए महंगे भाव में भी बिजली खरीदी है. हम राजस्थान में बिजली की आपूर्ति करने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि कम से कम कटौती हो और लोगों को बिजली की कमी नहीं झेलनी पड़े.