बीकानेर: हमारा देश कृषि प्रधान देश है और किसान (Farmers) अर्थव्यवस्था की धुरी है और बीकानेर (Bikaner) के लिहाज से बात की जाए तो बीकानेर जिला मूंगफली उत्पादन में अपना एक अलग स्थान रखता है. इन दिनों बीकानेर अनाज मंडी (Bikaner Anaj Mandi) में भी ऐसा ही दृश्य देखने को मिल रहा है.
दरअसल दीपावली के बाद मूंगफली की आवक (Arrival Of Groundnut) बीकानेर अनाज मंडी में बंपर हो रही है. हर रोज तकरीबन 70 हजार बोरी मूंगफली की आवक हो रही है. आने वाले दिनों में ही है आवक घटकर एक से डेढ़ लाख बोरी तक हो जाएगी. हालांकि राज्य सरकार ने अभी तक समर्थन मूल्य (MSP) पर मूंगफली की खरीद शुरू नहीं की है और आने वाले 21 नवम्बर से इसकी खरीद शुरू होगी.
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समर्थन मूल्य पर अपनी फसल की बिक्री को लेकर किसानों ने भी टोकन लेना शुरू कर दिया है. बीकानेर अनाज मंडी (Bikaner Anaj Mandi) में कच्ची आढ़त संघ (Kacchi Adat Sangh) के संरक्षक और पूर्व अध्यक्ष मोतीलाल सेठिया कहते हैं कि सीजन दीपावली के बाद शुरू हो गया है.आने वाले 4 महीनों तक मंडी में मूंगफली की बंपर आवक होगी. वे कहते हैं कि मूंगफली का समर्थन मूल्य सरकार ने 5500 ₹ किवंटल तय कर रखा है और अभी 5200 और 5500 किवंटल के बीच भाव मंडी में चल रहे हैं.
बीकानेर रखता है खास स्थान
दरअसल बीकानेर मूंगफली उत्पादन में एक विशेष स्थान रखता है. बीकानेर से मूंगफली का गोटा (Groundnut Seed) बीकानेर से अन्य जिलों में जाता है. इसके साथ ही मूंगफली के तेल (Groundnut Oil) के उत्पादन में भी काम आता है. बीकानेर से विदेशों में भी मूंगफली का गोटा निर्यात होता है.
सरकार को राजस्व
बम्पर फसल का फायदा राज्य सरकार को भी मिलेगा. इससे सरकार को अरबों रुपए का राजस्व (Revenue) प्राप्त होगा. दरअसल एक क्विंटल मूंगफली पर मंडी को ₹60 मिलता है तो वहीं 5 फीसदी जीएसटी (GST) राज्य और केंद्र को समान अनुपात में जाता है. ऐसे में एक क्विंटल पर ₹360 टैक्स का राजस्व सरकार को मिलता है. अब जबकि रोज करीब 25,000 क्विंटल मूंगफली मंडी में आ रही है तो सबकी उम्मीदें काफी बढ़ गई हैं.