सुजानगढ़.सुजानगढ़ विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव को लेकर शुक्रवार को भाजपा के प्रचार के लिए पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी सुजानगढ़ पहुंचे. उन्होंने यहां भाजपा प्रत्याशी खेमाराम के समर्थन में कई गांवों का दौरा किया और पार्टी कार्यकर्ताओं से चुनाव को लेकर चर्चा की. ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार पूरी तरह से विफल है और कांग्रेस खुद अपने अंतर्कलह से जूझ रही है. इस उपचुनाव के परिणाम के बाद आने वाले तीन महीनों में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार अपने अंतर्विरोध से गिर जाएगी.
देवनानी ने कहा कि सचिन पायलट को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जिस तरह से बयान बाजी की और वापिस पर सचिन पायलट के साथ हेलीकॉप्टर में घूम रहे हैं, वह महज एक दिखावा है. कांग्रेस में अंदरूनी तौर पर पूरी तरह से अंतर्कलह है. उन्होंने कहा कि उपचुनाव में कांग्रेस सरकार पूरी तरह से सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है और सरकारी कर्मचारियों को भी कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने के लिए डराया और धमकाया जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारी कर्मचारियों को कांग्रेस को वोट नहीं देने की स्थिति में मिलो दूर ट्रांसफर करने तक की भी धमकी दी जा रही है. प्रदेश में कानून व्यवस्था और महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पूरी तरह से कमजोर सरकार साबित हुई है. सरकार पर पूरी तरह से ब्यूरोक्रेसी हावी है.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा की ओर से भाजपा में 8 8 मुख्यमंत्री के दावेदार के बयान पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि डोटासरा खुद अपनी कुर्सी बचाने में लगे हुए हैं. साथ ही, उन्होंने कहा कि भाजपा में इस तरह की कोई लड़ाई नहीं है. क्योंकि अभी चुनाव बहुत दूर है. उन्होंने कहा कि भाजपा में केंद्रीय संसदीय बोर्ड और पार्टी नेतृत्व इस बात को तय करेगा. विद्वानों ने कहा कि आने वाले 2023 के चुनाव में मुख्यमंत्री का चेहरा वसुंधरा राजे या कोई दूसरा होगा, इसका फैसला अभी करना और इस बारे में अभी बात करना जल्दबाजी है. इस दौरान देवनानी ने कहा कि उपचुनाव में भावनात्मक और सहानुभूति जैसी कोई बात नहीं है और अब जनता समझदार है. विकास के मुद्दे पर जनता वोट करेगी और भाजपा प्रत्याशी का यहां लंबा अनुभव है, जबकि कांग्रेस के प्रत्याशी का सुजानगढ़ के विकास में कोई योगदान नहीं है. ऐसे में भाजपा के लिए यहां राह आसान है.