बीकानेर.जलदाय एवं ऊर्जा मंत्री डॉ. बीडी. कल्ला ने शुक्रवार को जयपुर में उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक आनंद प्रकाश से मुलाकात की. इस दौरान बीकानेर में बाईपास रेलवे लाईन निर्माण का प्रस्ताव रेल मंत्रालय को शीघ्र भिजवाने के बारे में चर्चा की. उन्होंने इस दौरान एक विस्तृत पत्र भी अपनी ओर से महाप्रबंधक को सौंपा.
मुलाकात के दौरान उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) बृजेश गुप्ता और रेलवे के सेवानिवृत अधिकारी डॉ. किशनलाल मेघवाल भी मौजूद रहे. कल्ला ने महाप्रबंधक को बताया कि भविष्य में बीकानेर क्षेत्र के रेल नेटवर्क को मजबूत करने एवं रेलवे के संचालन के लिए बीकानेर-लालगढ के बीच में डबल ट्रैक का निर्माण जरूरी है. यह केवल रेल बाईपास लाइन से ही संभव हो सकता है. रेलवे को बीकानेर के लोगों की इस बहुप्रतीक्षित मांग और आवश्यकता के सम्बंध में निर्णय कर इसका अपने स्तर पर शीघ्र निर्माण करना चाहिए.
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उन्होंने कहा कि जब पूर्व में बीकानेर बाईपास रेल लाईन का कार्य स्वीकृत किया था, तब राजस्थान सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण की गई, जो कि अभी भी उपलब्ध है. यहां बाईपास के निर्माण से क्षेत्र में रेल सेवाओं का विकास होगा, भविष्य में होने वाली फिजूल खर्ची रूकेगी और रेल फाटक की समस्याओं का भी निदान होगा. जलदाय एवं ऊर्जा मंत्री ने महाप्रबंधक को जानकारी दी कि गत सोमवार (25 जनवरी 2021) को इस मुद्दे पर बीकानेर में उनकी केन्द्रीय राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल और बीकानेर के जिला कलक्टर नमित मेहता के साथ विस्तृत बैठक में भी इस बात पर सहमति जताई. उन्होंने कहा कि बीकानेर में रेलवे बाईपास निर्माण का प्रस्ताव रेल मंत्रालय को मंजूरी के लिए शीघ्रता से भेजा जाए.
कल्ला ने अपने पत्र में कहा कि बीकानेर शहर में लंबे समय से रेलवे फाटकों की गंभीर समस्या है. बीकानेर और लालगढ रेलवे लाइन पर चार फाटकों में से दो फाटकों पर रोड ओवरब्रिज बनाए गए हैं. शहर के बीच कोटगेट क्षेत्र से गुजरने वाले रेल फाटक संख्या 140 और 141 के बार-बार बंद रहने के कारण लोगों भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैं. इन फाटकों पर रेल गाडियों के आवागमन के दौरान यातायात बहुत अधिक होने के कारण भीड़ एकत्रित हो जाती है और हर बार ट्रैफिक जाम हो जाता है.