बीकानेर. कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण प्रदेश में स्कूलों को बंद करने और परीक्षाओं को स्थगित करने का निर्णय लिया गया है. इस निर्णय के बाद बीकानेर शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी ने शिक्षकों के लिए नवाचार करते हुए एक आदेश निकाला है. आदेश के मुताबिक कोरोना वायरस के कारण स्कूलों में अवकाश के दौरान शिक्षकों को अपने पसंदीदा पुस्तक का चयन करते हुए उसकी समीक्षा लिखनी है और जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से शिविर प्रकाशन को भिजवानी है.
बीकानेर शिक्षा निदेशक ने किया नवाचार बता दें कि बीकानेर शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी ने सरकारी स्कूलों की शिक्षकों के लिए नवाचार करते हुए एक आदेश निकाला है. आदेश के मुताबिक कोरोना वायरस के कारण स्कूलों में अवकाश के दौरान शिक्षकों को अपने पसंदीदा पुस्तक का चयन करते हुए उसकी समीक्षा लिखनी है और जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से शिविर प्रकाशन को भिजवानी है. वहीं हर जिले में 3 सर्वश्रेष्ठ समीक्षा को पुरस्कृत किया जाएगा. इसके अलावा शिक्षकों को अलग-अलग तरह के 29 कार्य भी पूर्ण करने को लेकर निर्देश दिए गए हैं.
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दरअसल, कोरोना वायरस के चलते स्कूलों को बंद करने के साथ ही राज्य सरकार ने सभी परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है. ऐसे में विद्यार्थियों की उपस्थिति नहीं होने के चलते शिक्षकों को कुछ टास्क दिए गए हैं ताकि वे स्कूल समय में खाली बैठने के बजाय कुछ काम करते रहें. शिक्षा निदेशक ने जारी आदेशों में शिक्षकों को स्कूल में पौधारोपण करने, स्कूल के किचन गार्डन की देखभाल करने, स्कूल के भंडारगृह को मिलान करने और अन्य स्कूल से जुड़े कामों को पूरा करने की हिदायत दी गई है.
शुक्रवार को शिक्षा निदेशक सौरव स्वामी ने एक और आदेश जारी कर कोरोना वायरस के कारण राज्य सरकार की ओर से दिए गए आदेश के तहत प्रारंभिक और माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की सभी संभाग जिला एवं ब्लॉक स्तरीय स्कूलों को छोड़कर शिक्षा विभाग में कर्मचारियों की 50 फीसदी उपस्थिति को लेकर आदेश जारी किया है.
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आदेश के तहत कार्यालय अध्यक्ष रोटेशन के आधार पर अपने विवेक से 50 फीसदी कर्मचारियों की उपस्थिति का निर्णय कर सकेंगे. हालांकि, शेष कर्मचारियों को अपने घर से ही काम करना होगा. साथ ही शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी ने 31 मार्च तक निदेशालय में आगंतुकों के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगाने की निर्देश भी दिए हैं.