बीकानेर. राजस्थानी भाषा को मान्यता देने और संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के मौके पर शुक्रवार को बीकानेर जिला कलेक्ट्रेट के सामने धरना दिया जाएगा.
राजस्थानी भाषा को मान्यता देने की मांग ने पकड़ा जोर धरने में बीकानेर संभाग के साथ ही आसपास के जिलों के राजस्थानी भाषा के पैरोकार शामिल होंगे. धरने में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल, उर्जा मंत्री बीडी कल्ला, उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी के साथ ही पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी समेत बड़ी संख्या में लोगों के शामिल होने की संभावना है. राजस्थान मोट्यार परिषद के बैनर तले आयोजित धरने को सफल बनाने और राजस्थानी भाषा की समर्थन को लेकर गुरुवार को बीकानेर शहर के अंदरूनी हिस्सों में विशाल रैली का आयोजन किया गया.
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शहर के गोकुल सर्किल से शुरू हुई वाहन रैली शहर के विभिन्न हिस्सों से गुजरते हुए जिला कलेक्ट्रेट पहुंची. इस दौरान राजस्थानी भाषा को मान्यता देने की मांग लिखी तख्तियां लेकर लोग चल रहे थे. राजस्थान मोट्यार परिषद के संभाग अध्यक्ष हरिराम विश्नोई का कहना था कि राजस्थानी भाषा का अपना एक अलग इतिहास है और खुद के प्रदेश में ही राजस्थानी भाषा के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार हो रहा है. लेकिन अब लोगों में जागरूकता आ गई है और अब हम धीरे-धीरे इसी और तेज कर रहे हैं. इसी को लेकर शुक्रवार को राजस्थानी भाषा के पैरोकार धरना देकर सरकार को इस बात के लिए मजबूर करेंगे कि वह हमारी बात को माने.