बीकानेर.जन अनुशासन पखवाड़े के तहत अनुमत दुकानों के अलावा दुकानें नहीं खोलने और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना को लेकर लगातार होती कार्रवाई के बीच मंगलवार को एक क्लीनिक पर कार्रवाई के बाद चिकित्सकों में रोष है. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कोरोना का हाल में डॉक्टर के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई पर रोष जताया है. एसोसिएशन ने इसको लेकर बुधवार को जिला कलेक्टर से मिलकर अपने पक्ष रखने की बात कही है.
दरअसल, मंगलवार को पुरानी गजनेर रोड क्षेत्र में संचालित एक क्लीनिक और एक मेडिकल स्टोर पर अनावश्यक भीड़ होने और कोविड एडवाइजरी की अवहेलना पाए जाने पर दोनों को सीज करते हुए साढ़े बारह हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है. उपखण्ड अधिकारी मीनू वर्मा ने बताया, जिला कलेक्टर के निर्देश पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर (नगर) अरुण प्रकाश शर्मा और कोटगेट की ज्वॉइंट एनफोर्समेंट टीम ने मंगलवार को खत्री क्लीनिक और कादरी मेडिकल स्टोर का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान वहां बड़ी संख्या में लोग मिले. इनमें से कई लोगों ने मास्क नहीं लगाए हुए थे और सोशल डिसटेंसिंग की पालना भी नहीं की जा रही थी. इसके मद्देनजर कार्रवाई करते हुए खत्री क्लीनिक के खिलाफ दस हजार तथा कादरी मेडिकोज के खिलाफ ढाई हजार रुपए का जुर्माना लगाते हुए इन्हें आगामी आदेशों तक सीज कर दिया गया है.
यह भी पढ़ें:कोरोना से बढ़ रहा मौत का आंकड़ा, मंगलवार को 12 लोगों की मौत
हालांकि, क्लीनिक के डॉक्टर एसपी खत्री का कहना है कि उनके चेंबर में उस वक्त दो ही मरीज थे और सब के मास्क लगा हुआ था. लेकिन क्लीनिक के बाहर कुछ रोगी अपने परिजनों के साथ दिखाने के लिए आए हुए थे और इसमें उनकी गलती नहीं है. लेकिन मौके पर आए अधिकारियों को इस बारे में बताने के बावजूद भी उन्होंने एक बात नहीं सुनी और अपना पक्ष रखने की एवज में जुर्माने को 5,000 से 10,000 हजार रुपए कर दिया.