बीकानेर. जिले के नगर निगम में भाजपा को बोर्ड बने अभी 3 महीने ही हुए हैं कि अभी से ही भाजपा में अंतर्कलह नजर आने लग गई है. सोमवार को बीकानेर नगर निगम में भाजपा पार्षद कमल कंवर मेड़तिया के वार्ड में होने वाले विकास कामों को महापौर की ओर से रोक दिया गया.
आयुक्त के कक्ष का घेराव कर विरोध जताया जिसके विरोध में पार्षद पुत्र और भाजयुमो के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष भगवान सिंह मेड़तिया के नेतृत्व में मोहल्लेवासियों ने नगर निगम आयुक्त के कक्ष का घेराव किया और अपना विरोध जताया.
पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत भगवान सिंह अपने समर्थकों के साथ नगर निगम पहुंचे और इस दौरान नगर निगम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. नगर निगम आयुक्त के कक्ष में आयुक्त के नहीं मिलने पर नाराज होकर उनके कक्ष में ही अपने समर्थकों के साथ बैठ गए.
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मेड़तिया ने कहा कि पूर्व आयुक्त आईएएस प्रदीप गवांडे ने कुछ कामों की स्वीकृति जारी की थी. लेकिन महापौर ने अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर उन कामों को निरस्त कर दिया. मेड़तिया ने कहा कि हैरत की बात यह है कि जो काम महापौर ने निरस्त किए हैं, उन कामों को पूर्व आयुक्त ने स्वीकृत किए थे, जो आईएएस थे. लेकिन अब उनकी जांच उनके मातहत कर्मचारी उपायुक्त से करने की बात कही जा रही है.
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मेड़तिया ने आरोप लगाया कि जिस तरह से इन कामों को रोका गया है वह पूरी तरह से गलत है. महापौर ने अपनी शक्तियों का दुरुपयोग किया है और जबतक वापस काम के टेंडर बहाल नहीं किया जाते आंदोलन जारी रहेगा. पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत नगर निगम में विरोध प्रदर्शन के लिए आए मेड़तिया के विरोध के दौरान आयुक्त अपने कक्ष में नहीं मिले.