भीलवाड़ा. जमीन दिलाने के नाम पर ठगी के कारण डेढ़ करोड़ के कर्ज से परेशान युवक ने शुक्रवार को जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास (young man buried in debt ate poison) किया. भू माफियाओं की ओर से जमीन दिलाने के नाम पर युवक से रुपये लेने के बाद उसे जमीन भी नहीं गई. कर्ज तले दबे युवक ने ब्याज नहीं चुका पाने के चलते आत्महत्या की कोशिश की. प्रताप नगर थाना क्षेत्र स्थित बाबा धाम के रहने वाले लक्ष्मी नारायण खटीक ने आत्महत्या के प्रयास से पूर्व एक सुसाइड नोट भी छोड़ा जिसमें उसने कुछ भू माफिया पर जमीन दिलाने (land mafia fraud to man) के नाम पर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है. सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को जिले के महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती करवाया.
सीओ सिटी नरेंद्र दायमा भी मौके पर पहुंचे और घटनाक्रम की जानकारी ली. सीओ सिटी ने बताया कि बाबा धाम क्षेत्र के रहने वाले लक्ष्मी नारायण खटीक ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या का प्रयास (man suicide attempt in bhilwara) किया है. इससे पूर्व उसने एक सुसाइड नोट भी लिखा है जिसमें कुछ लोगों पर जमीन खरीदने में धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है. पीड़ित के भाई की ओऱ से एफआईआर दर्ज करवाई गई है जिसके आधार पर मामले की जांच की जाएगी.
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पीड़ित के भाई इच्छाराम खटीक ने कहा कि दयाराम कुमावत, सांवरमल शर्मा सहित कुछ भू माफिया ने उनके भाई से जमीन दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी की है. इसके चलते उसका भाई पर कर्ज हो गया जिसे वह चुका नहीं पा रहा था. इससे परेशान होकर उसने यह कदम उठाया है. उन्होंने बताया कि आत्महत्या के प्रयास से पूर्व उनके भाई ने सुसाइड नोट (fraud in land purchase of one and half crore) भी छोड़ा है जिसमें उसने धोखाधड़ी कर परेशान करने वाले लोगों के नाम लिखे हैं.
जहर खाने से पहले लिखा सुसाइड नोट
लक्ष्मीनारायण का लिखा दो पन्नों का सुसाइड नोट भी सामने आया है जो उसने कलेक्टर, एसपी और होम सेक्रेटरी के नाम लिखा है. लक्ष्मीनारायण ने सुसाइड नोट में लिखा है कि दयाराम कुमावत, मनीष शर्मा, शिवराज कुमावत, सांवरलाल मेघवंशी, सांवरमल शर्मा, कुश कुमार, जगदीश कुमावत, अरविंद कुमावत उसकी मौत के जिम्मेदार हैं.
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पत्र में लक्ष्मीनारायण ने आरोप लगाया कि उसे पिछले दो साल से ये लोग उसे परेशान कर रहे हैं. इन लोगों ने उसे दुखी कर रखा है और कहीं का नहीं छोड़ा. लक्ष्मीनारायण ने लिखा है कि इन आरोपियों ने उसके साथ बहुत बड़ा फ्रॉड किया है. प्लॉट दिलाने के बहाने जालसाजी, धोखाधड़ी कर रुपये ले लिये और एग्रीमेंट करके दे दिया और पट्टे नहीं बनाये. तीन साल से ये लोग उसे बेवकूफ बना रहे हैं. पत्र में लिखा है कि इन लोगों के कारण उस पर डेढ़ करोड़ का कर्ज हो गया है जिसे वह चुका नहीं पा रहा है. लक्ष्मीनारायण ने सुसाइड नोट में लिखा कि वह इन लोगों के घर पर भी कई बार गया. मम्मी-पापा को लेकर भी गया, लेकिन इन लोगों ने पट्टे नहीं बनाये और न ही रुपये दिये. इन सब लोगों की वजह से वह कहीं मुहं दिखाने लायक नहीं रहा है. परिवार वाले भी बहूत दुखी हैं. इन लोगों की वजह से मैं जहर खाकर जान दे रहा हूं.