राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

बैलगाड़ी पर बारात : आधुनिकता के दौर में बैलगाड़ी से दुल्हन लेने पहुंचा दुल्हा, बारातियों को याद आया पुराना दौर

भीलवाड़ा जिले के आसींद क्षेत्र में एक दूल्हा बैलगाड़ी से बारात को लेकर दुल्हन के घर पहुंच गया. बारात को बैलगाडी में देखकर वहां मौजूद लोगों को पुराना दौर याद आ गया. बैलगाड़ी से ये अनोखी बारात दुल्हन के घर पहुंची तो इसे देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गई.

procession came on a bullock cart in Bhilwara
बैलगाड़ी पर बारात

By

Published : Dec 1, 2021, 3:30 PM IST

Updated : Dec 1, 2021, 6:10 PM IST

भीलवाड़ा.आधुनिकता का दौर और 21वीं सदी में क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि कोई बारात बैलगाड़ी से दुल्हन के घर पहुंचे. आज के दौर में जहां दूल्हा पक्ष के लोग लग्जरी गाड़ियों और हैलीकॉप्टर तक में दुल्हन के दरवाजे तक बारात लेकर पहुंच रहे हैं, ऐसे में भीलवाड़ा में एक दूल्हा बैलगाड़ी में बारात लेकर दुल्हन के दरवाजे पर पहुंच (procession came on a bullock cart in Bhilwara) गया. कौतूहल होना ही था, इस बारात को देखने लोगों की भीड़ लग गई.

दूल्हा एकलिंग गुर्जर आज बारातियों को बैलगाड़ी में बैठाकर दुल्हन के घर जा पहुंचा. इस दृश्य को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है. इस दौरान लोग अपने मोबाइल में बैलगाड़ी के साथ सेल्फी लेते भी नजर आए. दूल्हे एकलिंग का कहना है कि उसने अपनी पुरानी परंपराओं को पुनर्जीवित करने और पर्यावरण को बचाने के लिए यह संदेश दिया है. बैलगाड़ी से बारात (groom in bullock cart) लेकर दुल्हन के घर तक पहुंचे एकलिंग को देखकर बुजुर्गों ने अपना समय याद किया और किस्से सुनाए. अब लोगों का कहना है कि पर्यावरण को बचाने के लिए इस तरह के कदम सबको उठाने होंगे.

भीलवाड़ा के आसींद में बैलगाड़ी पर चली बारात

बैलगाड़ियों पर 4 किमी का सफर

बैलगाड़ी में बारात भीलवाड़ा जिले के आसींद क्षेत्र के झामरा का बाड़िया निवासी तेजमल गुर्जर के बेटे एकलिंग गुर्जर लेकर पहुंचे. बैलगाड़ी को आकर्षक ढंग से सजाया गया. बारात की बैलगाड़ी ने 4 किलोमीटर का सफर तय करते हुए कटार गांव में प्रवेश किया. दुल्हन मीना देवी गुर्जर के पिता तेजू गुर्जर ने बैलगाड़ी में आई बारात का स्वागत किया. इसके बाद विधि विधान से तेजू राम गुर्जर की पुत्री मीना का विवाह संपन्न हुआ.

गांव चौराहों पर ये बारात देखने उमड़े लोग

अक्सर सुनने को मिलता है कि दादा और नाना की बारात बैलगाड़ी से गई थी. जिसमें ससुराल पहुंचने में कई दिनों का सफर तय करना पड़ा था. वर्तमान समय में अगर कोई यह कहे कि किसी की बारात बैलगाड़ी में जाएगी तो लोगों को मुश्किल से विश्वास होगा. कई वर्षों बाद पुरानी परंपरा से निकली इस बारात (unique procession) इलाके में चर्चा विषय बन गई है. बारात जिस गांव और चौराहे से निकली वहां लोग इस बरात को देखने के लिए अपने-अपने घरों से बाहर और छतों पर आ गए.

पढ़ें- Vicky Katrina Kaif Wedding In Sawai Madhopur: तैयारी पूरी! 6 दिसंबर को परिवार संग पहुंचेंगे दोनों Stars

बैलों के गले में बंधी थी घंटी

बारात की बैलगाड़ी को खींच रहे बैलों के गले में घंटियां बांधी गई थी. ऐसे में घंटियों की रुन-झुन के साथ यह अनोखी बारात लोगों के लिए एक विनोद का भी विषय बन गई. लोग इसे देखने में सहज आनंद की अनुभूति कर रहे थे. कुई बुजुर्गों को अपने विवाह की शुभ बेला याद आ गई.

चर्चा की विषय रही बैलगाड़ियों वाली बारात

दूल्हे ने कहा महंगे ईंधन का भी यही इलाज

दूल्हे एकलिंग गुर्जर ने कहा कि दुनिया में तेजी से प्रदूषण फैल रहा है. पेट्रोल डीजल की कीमतें भी आसमान छू रही हैं. इन समस्याओं का रोना रोने से बेहतर है कि हम अपनी जड़ों की तरफ लौटें. एकलिंग ने कहा कि प्रदूषण से जनजीवन पर नकारात्मक असर पड़ रहा है, लोगों को जागरूक करने के लिए मैंने पुरानी परंपराओं को जीवित करने की शुरूआत अपने ही विवाह से की है. इससे न केवल प्रदूषण कम होगा, बल्कि ईंधन की बचत होगी और शादियों में फिजूलखर्ची रुकेगी. इसके लिए एकलिंग ने अपने भाई और ग्रामीणों के बीच बैलगाड़ी में बारात ले जाने का प्रस्ताव रखा था. पूरे गांव ने एकलिंग का साथ दिया और लड़की वालों का भी सहयोग मिला. सब लोग इस प्रयास की प्रशंसा कर रहे हैं.

राजस्थान में शाही शादियों का दौर

एक तरफ जहां बैलगाड़ी में बारात ले जाकर एकलिंग ने शादियों में फिजूलखर्ची रोकने का संदेश दिया तो दूसरी तरफ राजस्थान रॉयल वैडिंग्स का बड़ा डेस्टीनेशन भी बना हुआ है. यहां दुनियाभर के लोग शाही तरीके से शादी करना पसंद कर रहे हैं. विकी कौशल और कटरीना कैफ की शादी भी रॉयल समारोह होगा जिसकी तैयारियां की जा रही हैं.

Last Updated : Dec 1, 2021, 6:10 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details