भीलवाड़ा. प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर लगातार अपना प्रकोप दिखा रही है, जिसको लेकर भीलवाड़ा डेयरी ने अब कोरोना महामारी से बचाव के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सा परामर्श हेल्पलाइन सेंटर का भीलवाड़ा जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लि. में शुरुआत की है. सेंटर की शुरुआत जिला कलेक्टर शिवप्रसाद एम नकाते ने फीता काटकर की. इसको लेकर हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है।. यह हेल्पलाइन आयुर्वेदिक प्रणाली से पशुपालकों को जानकारी प्रदान करेगा.
भीलवाड़ा में पशुपालकों के लिए सरस डेयरी ने हेल्पलाइन सेंटर किया शुरू - भीलवाड़ा कोरोना वायरस
भीलवाड़ा में ग्रामीण क्षेत्र में पशुपालकों के लिए सरस डेयरी ने हेल्पलाइन सेंटर शुरू किया है. इसके जरिए पशुपालकों को आयुर्वेदिक प्रणाली से जानकारी दी जाएगी. पशुपालक हेल्पलाइन नंं. 014 82- 26 4613 पर फोन करके मदद ले सकते हैं.
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इस दौरान उन्होंने हेल्पलाइन सेंटर का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया. उनके साथ मुख्य जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी मुस्ताक खान, डेयरी चेयरमैन और मांडल विधायक रामलाल जाट और पूर्व नगर परिषद सभापति ओम नारायणी वाल मौजूद रहे. जिला कलेक्टर शिवप्रसाद एम नकाते ने कहा कि भीलवाड़ा जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लि. ने जो हेल्पलाइन सेंटर शुरू किया है, उसका सकारात्मक परिणाम आएगा. जिले में यदि जनसंख्या का 0.1% भी एक साथ बीमार हो जाए तो 27 सौ लोगों को हम बेड तो उपलब्ध करा सकते हैं, मगर उनके लिए ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाना मुश्किल होगा. इसके लिए बीमारी से बचने के क्या उपाय किए जाए उसमें साथ देने के लिए सरस डेयरी हमारे साथ आई है. यदि बीमारी को शुरू में ही पहचान जाए तो मरीज को उपचार दिया जा सकेगा.
डेयरी चेयरमैन और मांडल विधायक रामलाल जाट ने कहा कि ग्रामीण पशुपालन हेल्पलाइन सेंटर 014 82 - 26 4613 पर फोन करके बीमारी के प्रति जानकारी ले सकते हैं, यहां से उन्हें आयुर्वेदिक उपचार के साथ आवश्यक परामर्श भी दिया जाएगा. कोरोना लक्षण जैसे सर्दी जुखाम सुखी खासी गले में खराश उल्टी दस्त सांस लेने में तकलीफ हल्का बुखार आदि होने पर आयुर्वेदिक चिकित्सकीय परामर्श इस हेल्पलाइन द्वारा निशुल्क दिया जाएगा, ताकि ज्यादा से ज्यादा पशुपालक आयुर्वेदिक चिकित्सा परामर्श लेकर लाभान्वित हो सके. चरस हेल्पलाइन सेंटर में डॉक्टरों के मोबाइल नंबर भी दिए गए हैं, जिससे पशुपालक या के ग्रामीण उनसे सीधे संपर्क कर सकता है. यह हेल्पलाइन सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक निरंतर जारी रहेगी, जिसमें चावल वैदिक चिकित्सक और कर्मचारी निरंतर पशु पालकों को अपनी सेवाएं देते रहेंगे.