भीलवाड़ा. धनतेरस के साथ ही आज से पांच दिवसीय दीपोत्सव का आगाज हो गया है. धनतेरस को दीपोत्सव का पहला दिन होगा. जहां इस दिन आयुर्वेद के देवता भगवान धन्वंतरी का जन्म हुआ था. इस दिन माता लक्ष्मी, भगवान कुबेर और धनवंतरी की पूजा विधि विधान से की जाती है.
भीलवाड़ा का बाजार चढ़ा परवान पर धनतेरस के मौके पर भीलवाड़ा के बाजार में रौनक देखने को मिल रही है. जहां सभी लोग सोने के आभूषण, स्टील, पीतल के बर्तन व लकड़ी के फर्नीचर खरीद रहे हैं. वहीं कुछ दुकानों पर मंदी का असर भी देखने को मिल रहा है. धनतेरस से ही पांच दिवसीय दीपोत्सव का आगाज हो गया है. जहां पूरे भीलवाड़ा शहर में विशेष साज-सज्जा की गई है.
प्रत्येक बाजार में मार्केट एसोसिएशन की ओर से रंग-बिरंगी लाइटे लगाई गई है. वहीं प्रत्येक दुकान में साफ-सफाई कर अच्छी सजावट की है. जहां शहरवासी धनतेरस के मौके पर शगुन के रूप में सोने चांदी के आभूषण, स्टील पीतल के बर्तन व फर्नीचर खरीद रहे हैं. जहां इस बार जमकर खरीदारी हो रही है.
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इस दिन माता लक्ष्मी, भगवान कुबेर व धनवंतरी की पूजा प्रत्येक घर परिवार में की जाती है. जिससे घर में सुख शांति, समृद्धि व मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है. वहीं शहर में कई व्यापारी ग्राहकों को विशेष ऑफर दे रहे हैं. वाहनों के रूप में दुपहिया व चौपाइयां वाहन भी खरीदे जा रहे हैं. धनतेरस के मौके पर ईटीवी भारत ने भीलवाड़ा मार्केट में पड़ताल की तो इस बार लोगों के चेहरे पर खुशी देखने को मिल रही हैं.
व्यापारिक संघ के प्रेम अग्रवाल ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि मैं पूरे भीलवाड़ा जिले में फर्नीचर व्यापारी संघ का अध्यक्ष हूं और हमारे यहां होलसेल बिक्री होती है लेकिन धनतेरस के मौके पर आज अच्छी बिक्री हो रही है. सभी प्रकार के लकड़ी के फर्नीचर बेचे जाते हैं. लोग शादियों के समय में सबसे ज्यादा खरीदारी करते हैं. लेकिन धनतेरस पर मान्यता के अनुसार खरीदारी कर रहे हैं.