भीलवाड़ा.जिले के महात्मा गांधी अस्पताल परिसर स्थित कोविड-19 HELP DESK में आग की सूचना से हड़कंप मच गया. सूचना पर जनप्रतिनिधियों सहित पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गजेंद्र सिंह, एसडीएम ओम प्रभा, अतिरिक्त जिला कलेक्टर शहर वंदना सहित अस्पताल अधीक्षक और फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची.
महात्मा गांधी अस्पताल में मॉकड्रिल हालांकि यह वास्तविकता नहीं थी बल्कि जिला कलेक्टर शिवप्रसाद की ओर से चक्रवाती तौकते से बदलते मौसम को लेकर आपातकाल में अस्पताल में मरीजों की जान किस तरह बचाई जा सके और आपातकाल में अस्पताल की व्यवस्थाओं को जांचने के लिए मॉकड्रिल करवाई गई थी. मॉकड्रिल के बाद जिला कलेक्टर शिवप्रसाद एम नकाते ने जिंदल शाह की ओर से हवा से ऑक्सीजन बनाने वाले अस्थाई प्लांट का निरीक्षण भी किया.
जिला कलेक्टर शिवप्रसाद एम नकाते ने कहा कि चक्रवाती तूफान तौकते को देखते हुए यदि कोई हादसे हों, इससे पहले ही हमने आपात कार्यस्थल को जांचने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया है. जिसमें सभी विभागों ने अच्छा प्रदर्शन किया है.
कलेक्टर नकाते ने यह भी कहा कि महात्मा गांधी चिकित्सालय में मरीजों को जल्द से जल्द ऑक्सीजन उपलब्ध हो, इसको लेकर जिंदल सॉ लिमिटेड की ओर से हवा से ऑक्सीजन बनाने वाले अस्थाई ऑक्सीजन प्लांट का भी निरीक्षण किया है. हाल ही में लोगों के मन में भ्रांति है कि यह प्लांट नाइट्रोजन से ऑक्सीजन बनाता है जबकि ऐसा नहीं है. यह प्लांट हवा को फिल्टर करके ऑक्सीजन तैयार करता है. इससे रोजाना 400 सिलेंडर ऑक्सीजन के तैयार हो सकते हैं. स्थाई ऑक्सीजन प्लांट की शुरुआत 8 दिन में कर दी जाएगी.
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पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने कहा कि लगातार बदल रहे मौसम आंधी, तूफान और आपातकाल को लेकर अस्पताल में कोई अनहोनी नहीं हो इसलिए आपातकाल व्यवस्था को लेकर अस्पताल में मॉकड्रिल की गई है. जिसमें अधिकारी और कर्मचारी के रिस्पांस और समय पर आने को लेकर मार्किंग की जाएगी. इसी के साथ ही आने वाले समय में ऐसे ही मॉकड्रिल अलग टाइम पर भी की जाएगी, जिससे व्यवस्थाओं का जायजा लिया जा सके.