भीलवाड़ा. देश मे कोरोना हॉटस्पॉट बनकर उभरे वस्त्र नगरी भीलवाड़ा मॉडल की चर्चा पूरे देश में है. कुछ दिनों पूर्व भीलवाड़ा की तुलना चीन के वुहान शहर और इटली से की जा रही थी, लेकिन अब यहां पर कोरोना पॉजिटिव मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव होने और प्रशासन की सख्ती के कारण भीलवाड़ा एक मिसाल बनकर उभरा है.
भीलवाड़ा के आइसोलेशन वार्ड देश का सबसे गंभीर आइसोलेशन वार्ड रहा बता दें, कि अब यहां पर 28 में से 24 ठीक हो चुके हैं इसके साथ ही 2 पॉजिटिव रोगियों की मौत हो भी चुकी है. जबकि 2 अभी भी अस्पताल में भर्ती और उनकी दूसरी रिपोर्ट भी नेगेटिव आ चुकी है. अस्पताल प्रशासन ने बताया, कि इनकी तीसरी रिपोर्ट आने पर इन्हें भी छुट्टी दे दी जाएगी. इनमें से भी एक मरीज को साधारण वार्ड में तो एक मरीज को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है.
दरअसल, शहर में 20 मार्च को एक निजी अस्पताल के चिकित्सक का कोरोना पॉजिटिव आने के बाद देश का पहला कर्फ्यू शहर में लगाया गया था. इसके बाद लगातार कोरोना पॉजिटिव की संख्या बढ़ते हुए 9 अप्रैल तक 28 हो गई थी. राजमाता विजयराजे सिंधिया मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. राजन नंदा ने कहा, कि देश में सबसे पहले बड़ी संख्या में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मरीज भीलवाड़ा से ही निकले थे और देश का पहला कर्फ्यू भी भीलवाड़ा शहर में ही लगाया गया. 20 मार्च को इस संक्रमण की शुरुआत हुई थी जो 9 अप्रैल तक 28 तक पहुंच गई.
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इसके पश्चात जिला प्रशासन, पुलिस महकमे और चिकित्सा विभाग के अथक प्रयास के बाद इस संक्रमण पर कंट्रोल कर लिए गए. जिसके बाद इन सभी कोरोना पॉजिटिव मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव कर दी गई थी. जहां दूसरे शहरों में उनके पास कोरोना के 1-2 मरीज थे तो वहीं, भीलवाड़ा में कोरोना पॉजिटिव के बड़ी संख्या में पॉजिटिव मरीज मौजूद थे. फिलहाल, अब तक भीलवाड़ा में कोरोना पॉजिटिव के 28 मरीज है, जिसमें से 2 की मौत हो चुकी थी. जबकि 4 मरीज जयपुर में नेगेटिव हुए हैं .