भीलवाड़ा. कोरोना वायरस की महामारी के बीच कैंसर मरीजों के लिए लॉकडाउन कहर में सरकारी अस्पताल की सेवाएं भगवान की मेहर साबित हो रही हैं. अब तक बड़े शहर के हाई रेट सेंटर पर कैंसर कीमोथेरेपी कराने जाने वाले मरीज लॉकडाउन में फंस गए थे. ऐसे हालात में भीलवाड़ा के महात्मा गांधी चिकित्सालय में कैंसर केयर यूनिट कैंसर मरीजों के लिए वरदान साबित हुआ है.
भीलवाड़ा के सरकारी अस्पताल में हो रही नि:शुल्क कीमोथेरेपी वैसे तो भीलवाड़ा से बाहर कीमोथेरेपी कराने जाने वाले रोगियों को 25 से 30 हजार रुपए तक का खर्च आ जाता था, लेकिन अब सरकारी अस्पताल की कैंसर केयर यूनिट कैंसर जैसे मर्ज में तिल तिल कर मर रहे मरीजों के साथ-साथ उनके परिजन के लिए भी ये राहत की खबर साबित हुई है. भीलवाड़ा कैंसर केयर यूनिट में 60 दिन में 427 लोगों की नि:शुल्क कीमोथेरेपी हो रही है.
जिला नोडल ऑफिसर, कैंसर केयर यूनिट इंचार्ज डॉ कल्पना श्रीवास्तव ने कहा कि भीलवाड़ा के महात्मा गांधी चिकित्सालय में कैंसर केयर यूनिट की स्थापना की गई थी. तब से यहां पर कैंसर मरीजों की कीमोथेरेपी, पीलेटी थेरेपी सहित कई थेरेपी की जाती है.
भीलवाड़ा में लॉकडाउन से पहले इस यूनिट में प्रतिदिन 6 से 7 मरीजों की कीमोथेरेपी की जाती थी, लेकिन कोरोना वायरस के बाद लोग डर लगने के कारण जो कैंसर पेशेंट अहमदाबाद, अजमेर, जयपुर जैसी मेट्रो सिटी में जाकर कीमोथेरेपी कराते थे, वो अब महात्मा गांधी चिकित्सालय के कैंसर केयर यूनिट में कीमोथेरेपी करवा रहे हैं. ऐसे में लॉकडाउन के बाद पिछले 60 दिनों में हम 427 कैंसर पीड़ितों की कीमोथेरेपी कर चुके हैं.
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वहीं, डॉक्टर श्रीवास्तव ने ये भी कहा कि जहां मेट्रो सिटीज में कैंसर मरीजों की कीमोथेरेपी के 20 से 30 हजार रुपए लग जाते थे, लेकिन इस कैंसर केयर यूनिट में मरीजों की एकदम नि:शुल्क कीमोथेरेपी की जा रही है. जिससे मरीजों को कीमोथेरेपी करवाना काफी आसान हो रहा है. एक तरह से मरीजों और मरीजों के परिजनों के लिए ये काफी लाभदायक साबित हो रहा है.
वहीं दूसरी ओर मांडल तहसील के गैलरी गांव निवासी कैंसर पीड़ित के परिजन राहुल ने कहा कि मेरे पिताजी को 6 महीने से कैंसर है. जिसमें हमनें अब तक पिताजी की तीन बार कीमोथेरेपी उदयपुर से करवाई थी. जिसमें हमारे प्रत्येक कीमोथेरेपी में 18 से 20 हजार रुपए तक का खर्च आ जाता था, लेकिन लॉकडाउन लगने के बाद हम कहीं पर जा नहीं सके. फिर बाद में हमें भीलवाड़ा के कैंसर केयर यूनिट के बारे में पता चला तो हम यहां पर आए और हमनें यहां पर कीमोथेरेपी एकदम नि:शुल्क करवाई. एक तरह से कहे तो हमारे 18 से 20 हजार रुपए खर्च होने से बच गए.