भीलवाड़ा. महिलाओं के उठक बैठक के वीडियो के मामले में कार्रवाई करते हुए वन कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. इसके साथ ही इनकी जांच उच्च अधिकारियों को सौंपी गई है. बता दें कि जिले के बिजौलियां उपखण्ड में पिछले दिनों घर का चूल्हा जलाने के लिए जंगल से लकड़ियां लेने गई महिलाओं से एक वन कर्मी ने उठक बैठक लगवाए थे. इसके बाद वन कर्मी ने कहा कि जो उठक बैठक नहीं लगा सकती वह मुर्गी बन जाए. इन महिलाओं में कई वृद्ध महिलाएं भी मौजूद थी.
महिलाओं से उठक बैठक करवाने के मामले में वन कर्मी सस्पेंड इस वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद जिला वन अधिकारी ने वन कर्मी के खिलाफ कार्रवाई का निर्णय लिया. जिसके चलते महिलाओं से यह कृत्य करने वाले वन कर्मियों को सस्पेंड कर दिया है.
जिला उपवन संरक्षक देवेन्द्र सिंह जागावत ने कहा कि बिजौलियां उपखण्ड के गोर्वधनपुरा गांव में तिखीवनखण्ड में 16 अप्रैल को एक दर्जन से अधिक महिलाएं लकड़िया लेने गयी थी. उन्होंने इस दौरान अवैध शराब का सेवन भी करा रखा था. जिन्हे वनकर्मी लादू लाल शर्मा ने जुर्माना नहीं देने की एवज में उठक-बैठक लगवानी की सजा सुना दी, जो गलत है.
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इसके साथ ही एक अन्य वनकर्मी चांदमल ने उनका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया. उन्होंने कहा कि महिलाओं से उठक बैठक लगवाने वाले वन कर्मियों को निलंबित कर दिया गया और इनकी जांच उच्च अधिकारियों को सौंपी गई है.