भीलवाड़ा.मांडल विधानसभा क्षेत्र के पास स्थित प्रमुख मेजा बांध से रबी की फसल की बुवाई के लिए किसानों को 25 दिसंबर से नहर के जरिए पानी छोड़ा जाएगा. नहर में पानी छोड़ने को लेकर जिला कलेक्टर राजेंद्र भट्ट और पूर्व मंत्री और मांडल से कांग्रेस विधायक रामलाल जाट की अध्यक्षता में बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में किसानों के साथ जल वितरण कमेटी का मीटिंग का आयोजन हुआ, जिसमें किसानों ने कहा कि हमारे को अंतिम छोर तक आसानी से पाली उपलब्ध करवाया जाए.
जिले के प्रमुख मेजा बांध से 25 दिसंबर को खोली जाएगी नहर बैठक में जिला कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि नहर छोड़ने से पहले पूरी नहर का सर्वे करते हुए साफ-सफाई करवाएं और जल्द से जल्द किसानों को अंतिम छोर तक पानी उपलब्ध करवाएं, जिससे किसी प्रकार की अगर कोई समस्या हो तो प्रशासन को पता चल सके.
साथ ही सिचाई विभाग के अधकारियों को निर्देश देते हुऐ कहा की आप सारे काश्तकारों से बात कर मेरे को बताए जिससे मैं पुलिस अधीक्षक को नहर पर पर्याप्त जाता मौजूद रखने के निर्देश दे सकूं, जिससे किसानों को अंतिम छोर तक आसानी से पानी मिल सके.
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वहीं मीटिंग में पहुंचे पूर्व मंत्री और मांडल से कांग्रेस विधायक रामलाल जाट ने कहा कि मेजा बांध की पिलाई का पानी हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 25 दिसंबर से नहर के जरिए छोड़ा जाएगा. पुराने सिस्टम के अनुसार टेल पर पहले पानी उपलब्ध करवाया जाएगा.
राज्य सरकार की मंशा किसान को पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध करवाने की है. उसी के अनुरूप हम किसानों को अंतिम छोर तक आसानी से पानी उपलब्ध करवाएंगे और जहां भी दिक्कत होगी नहर को ठीक करवाते हुए पुलिस का जाब्ता भी उपलब्ध करवाया जाएगा.
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वहीं सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता सत्यपाल मीणा ने भी ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि मेजा बांध में वर्तमान में 17 फीट के करीब पानी है, उसमें से एक बार पिलाई के लिए पानी छोड़ा जाएगा. 8 फीट के करीब पानी भीलवाड़ा शहर में पेयजल के लिए सुरक्षित रखा जाएगा. हमारा उद्देश्य है कि किसान को अंतिम छोर तक पानी उपलब्ध करवाए जाए, जिसके लिए हम नेहरों की सफाई के साथ ही पानी छोड़ने पर लगातार मॉनिटरिंग करेंगे.