राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

Special: लो जी...! अब मार्केट में आ गई कोरोना प्रिंटेड साड़ी - Corona printed saree

भीलवाड़ा में कोरोना ने भले ही पूरी दुनिया में तबाही मचा दी हो. लेकिन कोरोना लोगों की जुबां पर इतना आ चुका है कि कोरोना प्रिंटेड साड़ी खरीददारों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. वस्त्र नगरी भीलवाड़ा में कोरोना प्रिंटेड लहंगे और साड़ियां बाजार में बिकने को आ चुकी हैं. वहीं इन कपड़ों की ग्रामीण क्षेत्र में काफी मांग हैं.

भीलवाड़ा की खबर,  भीलवाड़ा में कोरोना साड़ी,  bhailwara news,  rajasthan news,  etvbharat news,  rajasthan hindi news,  corona printed saree,  कोरोना प्रिंटेड साड़ी,  Corona printed saree
फैशन पर कोरोना हावी

By

Published : Jul 3, 2020, 8:38 PM IST

भीलवाड़ा.राजस्थान में सबसे पहले कोरोना की शुरुआत भीलवाड़ा से हुई, जिसके वजह से जिले में प्रत्येक जनता की जुबान पर कोरोना का नाम अब आम बात है. लेकिन यह नाम आमजन में इतना प्रचलित हो गया है या यू कहे कि इतना ट्रेंडिंग हो गया है कि, लोगों को जागरूक करने के लिए अब कोरोना प्रिंटेड साड़ियां भी बिकने शुरू हो गए हैं.

बता दें कि आज-कल कपड़ों से ही मिलते जुलते मास्क की डिमांड है. जिसमें दुल्हा-दुल्हन के लहंगे से मैचिंग मास्क का ट्रेंड शादीयों की शोभा बढ़ा रहा है. इसलिए कपड़ा व्यवसायियों का उद्देश्य है कि लोग फैशन और अपने स्टाइल को मेंटेन करने के साथ ही केंद्र और राज्य सरकार की गाइडलाइन की पालना भी कर सकें.

लेटेस्ट ट्रेंड बना कोरोना प्रिंटेड साड़ी

पढ़ेंः स्पेशल: ढींढा ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने लक्ष्मण रेखा खींचकर गांव को कोरोना वायरस से कुछ यूं बचाया

कपड़ा व्यवसायी संजय कुमार सोनी ने बताया कि कोरोना से खतरा बरकरार है. लेकिन फिर भी हमारे यहां कोरोना प्रिंटेड साड़ी काफी बिक रही है. वर्तमान में हमारे यहां कोरोना प्रिंटेड लहंगे का कपड़ा बिक रहा है. साथ ही उन्होंने बताया कि जल्द ही शर्ट और साड़ी का प्रिंटेड कपड़ा भी आ जाएगा. यह कपड़ा ग्रामीण क्षेत्र में ज्यादा बिक रहा है और हम 100 रूपये मीटर के हिसाब से इसे बेच रहे हैं.

व्यवसायी ने कहा कि जो लोग यहां आते हैं, हम उनको संदेश देते हैं कि कोरोना गया नहीं है, अभी भी हमारे साथ ही है. इसके साथ ही सावधानी बरत कर जीना होगा और रहना होगा. कोरोना प्रिंटेड कपड़े को पहने देख कर दूसरे लोगों को भी कोरोना के होने का अहसास होता रहेगा और वो सोशल डिस्टेंसिंग की पालना और मास्क पहन कर रहेंगे.

ग्रामीण क्षेत्र में साड़ियों की काफी मांग

पढ़ेंः SPECIAL: डॉक्टर, इंजीनियर बनने का सपना देख रहे बच्चे बोले- 'हम कन्फ्यूज हैं'

खुदरा कपड़ा विक्रेता राहुल कुमार ने कहा कि लोगों में कोरोना का भय है, लेकिन रोजाना की जिंदगी में अब हमें कोरोना के साथ ही जीना सीखना है. इसी उद्देश्य से और लोगों के स्टाइल को ध्यान में रखते हुए कोरोना प्रिंट बाजार में लाया गया है. जिसे लोग ज्यादा खरीद रहे हैं.

गौरतलब है कि कोरोना वायरस लगातार तीन महीने से पूरे विश्व भर में तबाही मचा रहा है. जिसे कम करने के लिए सरकार की ओर से जारी लॉकडाउन के दौरान हर व्यवसाय के लोग आर्थिक संकट से जूझ रहे है. लेकिन अब अनलॉक 2.0 के दौरान सरकार की ओर से दी गई छूट में हर क्षेत्र से जुड़े व्यवसायी अपना काम-धंधा संभालने में लगे है.

कोरोना प्रिंट आकर्षण का केंद्र बनी

पढ़ेंः Special: बिना चिकित्सक कोरोना से कैसे लड़ेगा राजस्थान, प्रदेश में 4 हजार पद खाली

इसी कड़ी में कपड़ा व्यवसायियों ने कोरोना प्रिंटेड साड़ी को बजार में लाकर फैशन के नाम पर अच्छी कमाई तो कर ही रहे है, साथ ही लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करने का काम भी कर रहे है. अब देखना यह होगा कि कोरोना प्रिंटेड कपड़ा आने के बाद लोग उस चित्र को देखकर कोरोना के प्रति जीने के लिए सतर्क होते हैं या नहीं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details