भीलवाड़ा. जनवरी महीने में भीषण कोहरा और मावठ की बरसात के बाद जिले के ग्रामीण क्षेत्र के खलियानों में चने की फसल लहलाने लग गई है. चने की फसल पर फ्लावरिंग भी शुरू हो गई है. जिले के किसानों को इस बार अच्छी पैदावार (Farmers Happy With Good Gram Crop) होने की उम्मीद है. इस बार बरसात कम होने की वजह से जिले में सबसे ज्यादा चने की फसल की बुवाई हुई है. इस बार जनवरी महीने में भीषण कोहरा और मावठ की बरसात के बाद भीलवाड़ा जिले की ग्रामीण क्षेत्र के खेतों में चने की फसल लहलहा रही है.
हालांकि विगत दिनों जिले के अधिकतर ग्रामीण अंचल में अच्छी मावठ की बरसात हुई थी. लगातार एक सप्ताह से कोहरा भी छाया हुआ है. भीलवाड़ा कृषि उपनिदेशक रामपाल खटीक ने किसानों को सलाह देते हुए कहा कि किसान अपनी फसल को शीतलहर से बचाने के लिए रात्रि के समय खेत की मेड पर अलाव जलाए. ऐसा करने से तापमान अधिक होगा जिससे फसल शीतलहर की चपेट में नहीं आएगी. चने की फसल में लट के प्रकोप को देखते हुए किसान उसमें आवश्यकतानुसार कीटनाशक का छिड़काव करें. जिससे चने की फसल को सुडी के प्रकोप से बचाया जा सकता है.