भीलवाड़ा. अपने बयानों से चर्चा में रहने वाले भागवत कथा वाचक देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि बॉलीवुड संत समाज और भगवान को टारगेट कर रहा है. इसके लिए उन्होंने पीएम मोदी से ईशनिंदा कानून बनाने की मांग की है. साथ ही उन्होंने अयोध्या की तरह कोर्ट के माध्यम से काशी व मथुरा मिलने की बात कही. ठाकुर ने जनसंख्या नियंत्रण कानून की भी वकालत की.
ठाकुर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बॉलीवुड, संत समाज व भगवान को टारगेट कर रहा है. ऐसी ही कुछ फिल्मों के जरिए सनातन धर्म व हिन्दू देवी-देवताओं का अपमान किया जा रहा है. इन फिल्मों में संत समाज व भगवान के ऐसे दृश्य दिखाए जा रहे हैं, जिससे सनातन धर्म की छवि खराब हो रही है. इसके लिए जल्द ही सख्त कानून बनना चाहिए.
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उन्होंने कहा कि जिस तरह भगवान शंकर का बॉलीवुड ने अलग दृश्य दिखाया गया. मां काली को सिगरेट पीते हुए दिखाया, जो उनका अपमान है. इस पर अंकुश लगाने के लिए सरकार को कानून बनाना चाहिए. वहीं, भगवान पर बनी आपत्तिजनक फिल्मों पर देश के तमाम मुख्यमंत्रियों को बैन लगाना चाहिए. ठाकुर ने देश में ईशनिंदा कानून बनाने की भी मांग की है. उनका कहना है कि इससे सभी धर्मों के लोग एक-दूसरे के धर्म के बारे में आपत्तिजनक बातें करना बंद कर देंगे.
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कानूनी लड़ाई से मिलेगा काशी और मथुरा :भीलवाड़ा शहर में काठिंया वाले बाबा के मंदिर के पास सोमवार को भागवत कथा का वाचन कर रहे ठाकुर ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी के मंत्री के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्होंने सविधान की शपथ ली है. वे कहते हैं कि श्रीराम व नारायण की पूजा नहीं करेंगे, लेकिन वे ऐसा अन्य धर्मों को लेकर नहीं कहते. ठाकुर ने कहा कि काशी व मथुरा में भी मन्दिर बनेगा. हम संविधान को मानने वाले लोग हैं. कोर्ट के माध्यम से अयोध्या मिल गया है, कोर्ट के माध्यम से ही काशी और मथुरा भी मिलेगा.
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जनसंख्या नियंत्रण कानून के सवाल पर ठाकुर ने कहा कि (Devkinandan Thakur on population control bill) कल ही बन जाना चाहिए. देश में सीमित संसाधन हैं. हम कह रहे हैं कि हमारी जनसंख्या 125 से 130 करोड़ है जबकि हमारी जनसंख्या 150 करोड़ के करीब होगी. क्योंकि कोई सच बोलने वाला नहीं है. इसी तरह देश की जनसंख्या बढ़ती रही, तो भविष्य में देश कहां जाएगा. देश में अभी भी लोग 4-4, 5-5 बच्चे पैदा कर रहे हैं. 'हम दो, हमारे दो' को कानून बनाकर, सब पर लागू करना चाहिए.