भीलवाड़ा. जिले में सहाड़ा विधानसभा उपचुनाव के लिए भले ही राज्य निर्वाचन आयोग ने घोषणा नहीं की है, लेकिन दोनों प्रमुख दलों ( भाजपा और कांग्रेस) ने चुनाव में ताकत झोंक दी है. प्रत्याशी चयन के लिए सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र में बड़े नेता मतदाताओं की नब्ज टटोल रहे हैं. गौरतलब है कि कोरोना महामारी के चलते भीलवाड़ा जिले की सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक कैलाश त्रिवेदी का निधन हो गया था. त्रिवेदी के निधन के बाद अब वहां उप चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में भले ही निर्वाचन आयोग ने चुनाव की घोषणा नहीं की है, लेकिन प्रदेश के दोनों प्रमुख दल भाजपा व कांग्रेस के साथ ही राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने भी चुनाव में अभी से बिसात बिछाना शुरू कर दिया है.
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कांग्रेस विधानसभा क्षेत्र की प्रत्येक ग्राम पंचायत में बड़े नेताओं को चुनाव प्रचार के लिए नियुक्त कर रही है. भाजपा की ओर से उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ व विधायक मदन दिलावर को सहाड़ा विधानसभा उपचुनाव का प्रभारी नियुक्त किया है. कांग्रेस की ओर से भीलवाड़ा जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. रघु शर्मा को प्रभारी बनाया गया है. वहीं, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक हनुमान बेनीवाल भी एक माह पहले भीलवाड़ा आए थे. उस दौरान ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए उन्होंने था कहा कि सहाड़ा विधानसभा उपचुनाव में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से भी उम्मीदवार मैदान में होगा.
सहाड़ा विधानसभा उपचुनाव में जुटी भाजपा और कांग्रेस भाजपा की बात करें तो पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने भी सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र के गंगापुर कस्बे में कार्यकर्ताओं से संवाद किया. वहीं, 19 फरवरी को उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ व मदन दिलावर ने भी कार्यकर्ताओं से संवाद कर मतदाताओं से प्रत्याशी चयन के लिए नब्ज टटोलने की कोशिश की. इस दौरान चुनाव लड़ने के इच्छुक 11 दावेदारों को एक साथ रहने की शपथ दिलाई गई. कांग्रेस की ओर से डां. रघु शर्मा भी लगभग तीन बार दौरा कर चुके हैं.
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वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी सहाड़ा कस्बे के सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र के गंगापुर कस्बे में कार्यकर्ताओं से संवाद किया. हाल ही में 3 दिन पहले गंगापुर नगर पालिका अध्यक्ष के पदभार ग्रहण समारोह में भी राज्य के कैबिनेट मंत्री शांति धारीवाल, डां. रघु शर्मा व सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने गहलोत सरकार की उपलब्धियां गिनाई. यानी उपचुनाव के के लिए दोनों प्रमुख दल ने ताकत झोंक दी है. वहींं, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल का भी जल्द दौरा प्रस्तावित है. यहां वो हाल ही में भीलवाड़ा जिले के मांडलगढ़ क्षेत्र में एक निजी कार्यक्रम में आए थे. इस दौरान उन्होंने समस्त कार्यकर्ताओं को कहा कि आप सहाड़ा विधानसभा उपचुनाव के लिए तैयारी में जुट जाए.
वहीं, विधानसभा उपचुनाव को लेकर जल्द कांग्रेस की ओर से जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. रघु शर्मा का दौरा प्रस्तावित है. सहाडा विधानसभा क्षेत्र की प्रत्येक ग्राम पंचायत में कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता को चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी दी जाएगी. वो प्रदेश सरकार की उपलब्धियां जनता को गिनाएंगे.
बागियों की घर वापसी में जुटी भाजपा
सहाड़ा विधानसभा उपचुनाव को लेकर वर्ष 2018 में भाजपा से टिकट नहीं मिलने के कारण बगावत कर निर्दलीय चुनाव मैदान में भाग्य आजमाने वाले लादू लाल पिपलिया की एक सप्ताह पहले प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया की मौजूदगी में घर वापसी हुई. भाजपा इस चुनाव को गंभीरता से ले रही है. क्षेत्र में जितने भी भाजपा के बागी हैं, उनकी मान मनुहार की जा रही है. साल 2018 में कांग्रेस से कैलाश त्रिवेदी, भाजपा की ओर से रूप लाल जाट और निर्दलीय लादू लाल पीतलिया चुनाव मैदान में थे. त्रिकोणीय मुकाबला होने के कारण कांग्रेस के कैलाश त्रिवेदी को 65420 मत मिले थे, वहीं भाजपा के रूप लाल जाट को 58414 मत मिले. भाजपा से बागी होकर निर्दलीय भाग्य आजमाने वाले लादू लाल पिपलिया को 30573 मत मिले थे. ऐसे में 7006 मतों से कांग्रेस के विधायक कैलाश त्रिवेदी विजय हुए थे. इसके बाद भाजपा ने लादू लाल पितलिया को वापस भाजपा में शामिल किया.
कांग्रेस को अपनी सीट बचाना चुनौती
साल 2018 में यहां कांग्रेस से विधायक कैलाश त्रिवेदी विजय हुए थे उसके बाद प्रदेश में गहलोत की सरकार होते हुए उन्होंने क्षेत्र में अच्छा काम कराया लेकिन कोरोना से विधायक का निधन हो गया. अब कांग्रेस को इस सीट पर वापिस विजयश्री हासिल करना एक चुनौती है. जहां प्रदेश सरकार की एंटी इनकंबेंसी के साथ ही कांग्रेस का एक धड़ा इससे नाराज चल रहा है. वही त्रिवेदी के परिवार से टिकट की दावेदारी उनके छोटे भाई राजकुमार त्रिवेदी भी जता रहे हैं ऐसे में सभी को साथ रखना एक बड़ी चुनौती है.
भाजपा के प्रमुख दावेदार
सहाड़ा विधानसभा उपचुनाव के लिए वैसे तो भाजपा की ओर से 11 लोगों ने दावेदारी जताई है. उनको उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने एकता की शपथ दिलाई है. लेकिन, चार प्रमुख दावेदार है. इनमें से एक पूर्व मंत्री डॉ. रतन लाल जाट. दूसरे डॉ. रतन लाल जाट के छोटे भाई पूर्व विधायक डॉक्टर बालू राम चौधरी, तीसरे साल 2018 में भाजपा से विधायक प्रत्याशी रहे रूप लाल जाट और चौथे 2018 में भाजपा से बागी होकर निर्दलीय चुनाव में भाग्य आजमाने वाले उद्योगपति लादू लाल पितलिया का नाम दावेदारों में प्रमुखता से शामिल है. ऐसे में भाजपा इन चारों में से एक को उम्मीदवार बना सकती है.
कांग्रेस में प्रमुख दावेदार
सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस में कद्दावर राजनेता कैलाश त्रिवेदी का क्षेत्र में दबदबा था. कैलाश त्रिवेदी के निधन के बाद कांग्रेस उन्हीं के परिवार से प्रत्याशी बना सकती है. कैलाश त्रिवेदी की पत्नी और पुत्र सहित उसके छोटे भाई राजकुमार त्रिवेदी इन तीनों में से एक उम्मीदवार हो सकते हैं. उनके परिवार के टिकट दिया जाता है तो उद्योगपति चेतन डीडवानिया भी दावेदार हो सकते हैं. वहीं, सोशल मीडिया पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी के पुत्र का भी नाम चल रहा है, लेकिन सीपी जोशी ने हाल ही में राजसमंद के दौरे के दौरान अपने पुत्र को चुनाव मैदान में उतारने को सिरे से खारिज कर दिया है. अब देखना यह होगा कि चुनाव आयोग कब सहाडा विधानसभा उपचुनाव की घोषणा करता है. साथ ही प्रमुख दल किनको प्रत्याशी बनाते हैं.
सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र की स्थिति
पुरुष मतदाता- 1,24800
महिला मतदाता -1,23300
कुल वोटर - 2,45400
सर्विस वोटर (पुरुष) - 52
सर्विस वोटर (महिला) - 4
पोलिंग बूथ (शहरी)-13
पोलिंग बूथ (ग्रामीण) - 267
सहायक बूथ - 107
कुल बूथ- 387
80 साल से अधिक उम्र के मतदाता - 7837
पीडब्ल्यूडी वोटर - 2760
साल 2018 में विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत - 73. 56 फीसदी
साल 2019 में लोकसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत- 61.73 फीसदी