भीलवाड़ा.सूदखोर से परेशान 45 साल के सुनील पारीक का कहना है कि पुलिस थाने में उसके और आरोपी के बीच जबरदस्ती समझौता करवाने की कोशिश की गई (Bhilwara Money Lender Terror). न मानने की सूरत में आरोपी ने उसे और उसके परिवार को नतीजे तक भुगतने की धमकी दी. मामला बेहद संवेदनशील है क्योंकि पीड़ित को कथित तौर पर पुलिस थाने में आरोपी ने धमकाया. जिससे परेशान हो वो खुदकुशी करना चाहता है. पारीक ने पूरी बात लिखित तौर पर पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू को बताई है.
पिड़ित ने आरोप लगाया है कि उसे थाने में पुलिस के सामने आरोपी ने धमकाया और कोर्ट ले जाकर कागजातों पर समझौते के साइन करवाए हैं. वहीं पुलिस अधीक्षक आदर्श सिदू ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच अधिकारी बदल दिया है. इस मामले की जांच कोतवाली थानाधिकारी मुकेश वर्मा को सौंप दी है. भीलवाड़ा में कुछ दिनों पूर्व सूदखोर रवि खटीक ऊर्फ डेविड से परेशान होकर गुलाबपुरा में एक युवक ने आत्महत्या कर ली थी.
भीलवाड़ा में सूदखोर का आतंक क्या है मामला?: बापू नगर के सुनील पारीक ने करीब 2 साल पहले उसने आरोपी से 1 लाख 50 हजार रुपए उधार लिए थे (Bhilwara Money Lender Terror). जिस पर 30 प्रतिशत ब्याज लगाकर मूलधन समेत कार, मोटरसाइकिल, साढ़े तीन तोला सोना वसूला. इतना ही नहीं पीड़ित से डेढ़ लाख के बदले 7 लाख कैश भी ऐंठ चुका है. सूदखोर के खिलाफ पीड़ित थाने चला गया. इसके बाद धमकियों का सिलसिला शुरू हो गया.
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और फिर धमकी: शिकायत में पारीक ने बताया कि उसे प्रतापनगर थाने से फोन आया कि आपके मामले में कागजात कम पड़ रहे हैं तो उनको लेकर आएं. पारीक थाने जा रहे थे तभी उन्हें यशवंत सोनी और गोविन्द नाम के लोगों ने रोका और गाड़ी में ले जाकर समझौते का दबाव बनाया. आरोप है कि उसने जब समझौते से इनकार कर दिया तो उसे थाने ले जाया गया. यहां पर रवि खटीक ऊर्फ डेविड मौजूद था.
थाने में पुलिस ने पीड़ित को रवि से मिलवाया जहां एक बार फिर समझौता न करने की एवज में अंजाम भुगतने की धमकी दी गई. आरोपी ने कहा- तेरे साथ तेरे परिवार को भी खतरा है. इस दौरान उसे गालियां भी दी गईं. ये सब कुछ पुलिस की मौजूदगी में हुआ लेकिन वो खामोश सब देखती रही.
डर कर हस्ताक्षर:पीड़ित का कहना है कि वो इतना डर गया था कि उसने कोर्ट में जाकर स्टाम्प पेपर पर हस्ताक्षर कर दिए और समझौता कर लिया. इसके बाद भी उसने इस सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि ये मामला हमारे संज्ञान में अब आया है और हमने इसकी उच्च स्तरीय जांच शुरू कर दी है. जो भी इसमें दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
क्या चाहता है सूदखोर:सूदखोर और राशि उगाहना चाहता है. उसने जो समझौता कराया है उसमें साफ लिखा है कि पीड़ित अपनी मर्जी से हर महीने की 18 तारीख को आरोपी को तय राशि स्वेच्छा से देगा. कथित तौर पर ये बची हुई राशि भी 5 से 7 लाख रुपए के बीच बताई जा रही है. सूदखोर के बेखौफ अंदाज और पुलिस की शय से परेशान सुनील ने आत्महत्या की बात कही है. 3 बेटियों के पिता ने कहा है कि अगर उसकी नहीं सुनी गई तो वो खुदकुशी को मजबूर हो जाएगा.