भीलवाड़ा. जिले के वरिष्ठ कांग्रेसी राजनेता और सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र से तीसरी बार विधायक कैलाश त्रिवेदी का मंगलवार को निधन हो गया. जिसके बाद भीलवाड़ा जिले के तमाम राजनीतिक पार्टियों के राजनेताओं में शोक की लहर दौर गई.
सहाड़ा से विधायक कैलाश त्रिवेदी भीलवाड़ा जिले के वरिष्ठ कांग्रेसी राजनेता थे. वे सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र से तीसरी बार विधायक चुने गए थे, वे 65 साल के थे. उनका दिल्ली के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था. त्रिवेदी कोरोना पॉजिटिव आने के बाद निगेटिव आ गए थे, लेकिन उनकी हालत में सुधार नहीं हो सका था. लगातार गिरते स्वास्थ्य के चलते उन्हें जयपुर से एयरलिफ्ट करके दिल्ली रेफर ले जाया गया था, लेकिन अन्य संक्रमित बीमारियां से ग्रसित होने के कारण केलाश त्रिवेदी का इलाज के दौरान निधन हो गया.
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पिता से मिली राजनीतिक विरासत...
विधायक कैलाश त्रिवेदी का पूरा परिवार राजनीति क्षेत्र में था. विधायक के पिता, भाई, मां, पत्नी पूर्व में प्रधान रहे थे. विधायक को राजनीतिक उनके पिता से विरासत में मिली थी. कैलाश त्रिवेदी जब विधायक नहीं बने, तब सबसे पहले प्रधान बने थे. विधायक वर्ष 2003 से 2008 तक पहली बार सहाड़ा से विधानसभा में पहुंचे. उसके बाद 2008 से 2013 तक दूसरी बार विधानसभा में पहुंचे. 2013 से 2018 तक उनको भाजपा के राजनेता डॉक्टर बालूराम चौधरी से हार का मुंह देखना पड़ा. वहीं, वर्तमान में वर्ष 2019 में हुए चुनाव में वापस तीसरी बार भाजपा के रूप लाल जाट को पराजित कर विजय हुए. विधायक की छवि भीलवाड़ा जिले में बहुत ही ईमानदार और कुशल नेता के रूप में थी. विधायक पूर्व में वॉलीबॉल के खिलाड़ी भी रहे हैं.