भीलवाड़ा.माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की दसवीं और बाहरवीं की किताबें फिर चर्चा में आ गई हैं. इन किताबों में मेवाड़ राजवंश और हल्दीघाटी युद्ध के बारे में लिखा गया है. दसवीं की किताब में राजस्थान के इतिहास का जिक्र करते हुए महाराणा उदय सिंह को हत्यारा बताया गया है. इसको लेकर प्रदेश में विवाद तूल पकड़ता जा रहा है.
भीलवाड़ा में एबीवीपी ने दसवीं के पाठ्यक्रम को लेकर किया विरोध प्रदर्शन माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के द्वारा जारी पाठ्यक्रम में महाराणा उदय सिंह को बनवीर का हत्यारे बताने के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारियों ने बुधवार को भीलवाड़ा जिला कलेक्ट्रेट के बाहर जमकर विरोध प्रदर्शन किया. वहीं, विद्यार्थी परिषद ने जिला कलेक्टर राजेंद्र भट्ट को राज्यपाल के नाम ज्ञापन भी सौंपा. ज्ञापन में पाठ्यक्रम को बदलवाकर भ्रांतियों को दूर करने की मांग की गई है.
पढ़ें:Special: 10वीं-12वीं बोर्ड की किताब में उदय सिंह और हल्दीघाटी युद्ध का पाठ्यक्रम सरासर गलत: इतिहासकार
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विभाग सह संयोजक विकास प्रजापत ने कहा कि कांग्रेस सरकार पाठ्यक्रम में बदलाव करके छात्रों को गलत संदेश दे रही है. पहले पन्नाधाय और महाराणा प्रताप के लिए गलत लिखा गया. वहीं, अब माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अपने पाठ्यक्रम की पुस्तकों में महाराणा उदय सिंह को बनवीर का हत्यारा बताया गया है, जिसके कारण हमारी भावनाएं आहत हुई हैं. इसके चलते गुरुवार को हमने भीलवाड़ा जिला कलेक्ट्रेट के बाहर गहलोत सरकार के खिलाफ विरोध जताकर राज्यपाल के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. हम मांग करते हैं कि पाठ्यक्रम को बदलवाकर भ्रांतियों को दूर किया जाए.
पढ़ें:राजस्थान में फिर इतिहास पर रार, मेवाड़ और महाराणा प्रताप पर गरमाने लगी सियासत
एबीवीपी के विभाग सह संयोजक विकास प्रजापत ने भी कहा कि कांग्रेस के ही विद्यार्थी संगठन एनएसयूआई ने बुधवार को महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय के कुलपति को ज्ञापन के साथ पशु आहार भेजा है. हमारी भारतीय संस्कृति में गुरु को भगवान का दर्जा दिया जाता है. गुरु का अपमान विद्यार्थी परिषद सहन नहीं करेगा और इसका कड़ा विरोध करता है.